चंडीगढ़ – हरियाणा में काम में लापरवाही बरतने और किसी भी प्रकार की अनियमितताएं पाए जाने पर सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों पर लगातार एक्शन हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा यह स्पष्ट संदेश दिया जा रहा है कि अपना कार्य पूरी ईमानदारी से करें, ताकि जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसी कड़ी में सीएम विंडो पर आई एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, रेवाड़ी के संपदा अधिकारी विजय कुमार को निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने कहा कि सीएम विंडो पर सेक्टर-18, डिफेंस, रेवाडी निवासी सविता द्वारा उनके प्लॉट की गलत डिमार्केशन की शिकायत दर्ज करवाई गई थी। शिकायत में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, रेवाड़ी के सम्पदा अधिकारी विजय कुमार तथा कनिष्ठ अभियन्ता गौरव यादव पर गलत डिमार्केशन करने का आरोप लगाया गया था। भूपेश्वर दयाल ने बताया कि उक्त शिकायत को आगामी कार्यवाही के लिए मामले में आरोपी अधिकारी विजय कुमार को ही अग्रेषित किया गया, जबकि सरकार के हिदायतों के अनुसार प्रथम श्रेणी के अधिकारी के विरुद्ध जांच उससे एक पद ऊपर के अधिकारी द्वारा की जानी बनती है। लेकिन इस नियम का यहां अनुपालन नहीं किया गया।
इसलिए विजय कुमार तथा गौरव यादव के द्वारा स्वयं की शिकायत पर कार्यवाही करने के सम्बंध में उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही करने बारे निर्देश दिए गए थे। लेकिन उसके बाद भी इस मामले में विभाग द्वारा कोई कार्यवाही रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई। ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने बताया कि उपरोक्त मामले में मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, रेवाड़ी के संपदा अधिकारी विजय कुमार को तुरंत प्रभाव से निलम्बित कर दिया है और नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को इस संबंध में कार्यवाही रिपोर्ट शीघ्र भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
भूपेश्वर दयाल ने कहा कि सुशासन ही सेवा को आधार मानकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार द्वारा जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए चलाई जा रही सीएम विंडो से नागरिक संतुष्ट हैं। नागरिकों का विश्वास लगातार सरकार पर बढ़ रहा है कि अब उनकी बात सुनने वाली सरकार प्रदेश में है। इसलिए लगातार सीएम विंडों पर शिकायतों की संख्या भी बढ़ रही है। सीएम विंडों पर प्राप्त लगभग 13 लाख शिकायतों में से 92 प्रतिशत से भी अधिक शिकायतों का निपटान किया जा चुका है।