चंडीगढ़ : कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने शनिवार को शहीद करतार सिंह सराभा को उनकी शहादत दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने शहीद विष्णु गणेश पिंगले, शहीद जगत सिंह, शहीद हरनाम सिंह स्यालकोटी, शहीद बख्शीश सिंह, शहीद सुरैन सिंह (वड़ा), और शहीद सुरैन सिंह (छोटा) को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने 16 नवंबर 1915 को गदर पार्टी के क्रांतिकारियों पर चलाए गए पहले लाहौर साजिश मामले में शहीद करतार सिंह सराभा के साथ शहादत प्राप्त की थी।
आज यहां शहीद करतार सिंह सराभा के शहादत दिवस के मौके पर पंजाब सरकार द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान सभा को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि शहीद करतार सिंह सराभा भारत के सबसे युवा क्रांतिकारी थे, जिन्होंने मात्र 19 वर्ष की आयु में देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उन्होंने आगे कहा कि इतनी कम उम्र में शहीद होने वाले करतार सिंह सराभा निस्वार्थ सेवा और देशभक्ति के लिए युवा पीढ़ियों के प्रेरणास्त्रोत बने हुए हैं।
सौंद ने कहा कि महान शहीद ने देश को विदेशी साम्राज्यवाद की जकड़ से मुक्त कराने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि गदर पार्टी के सक्रिय नेता के रूप में उन्होंने पहले विदेश और फिर देश के भीतर स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अथक परिश्रम किया।कैबिनेट मंत्री ने शहीद करतार सिंह सराभा स्पोर्ट्स क्लब के लिए 10 लाख, गांव सराभा की सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायत के लिए 5 लाख, शहीद के पैतृक घर की मरम्मत और गांव के विकास के लिए फंड देने की भी घोषणा की। उन्होंने गांव का नाम राज्य के पर्यटन मानचित्र पर लाने की घोषणा भी की।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. के.एन.एस. कंग ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करने और शहीद करतार सिंह सराभा के पैतृक गांव के विकास और क्लब के लिए वित्तीय अनुदान की घोषणा करने के लिए कैबिनेट मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार का आभार व्यक्त किया।इससे पहले, कैबिनेट मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने शहीद करतार सिंह सराभा के पैतृक घर जाकर और गांव के मुख्य चौक में शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कैबिनेट मंत्री ने फतेहगढ़ साहिब की एसएसपी रवजोत कौर ग्रेवाल को भी सम्मानित किया, जो गांव सराभा से संबंधित हैं। इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल, वरिष्ठ पुलिस कप्तान लुधियाना ग्रामीण नवनीत सिंह बैंस, एडीसी अमरजीत बैंस, कुलप्रीत सिंह, एसडीएमज सिमरदीप सिंह, डॉ. पूनमप्रीत कौर, प्रदीप सिंह बैंस, सहायक आयुक्त (यूटी) मैडम कृतिका गोयल और अन्य मौजूद थे।