प्रयागराज । उत्तर प्रदेश की तीर्थ नगरी प्रयागराज में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। संगम में कुल 9 छात्र डूब गए, जिनमें से चार छात्रों को बचा लिया गया, शेष छात्रों की तलाश की जा रही है। जल पुलिस, गोताखोर और एसडीआरएफ की टीमें तलाश में जुटी हैं। दरअसल, रविवार को देर शाम छात्रों का दो गुट संगम पर स्नान करने आए थे। छात्रों का एक गुट नाव पर सवार था तो दूसरा गुट बाहर मौज-मस्ती कर रहा था, उसी दौरान नाव तेज आंधी आने से बीच धारा में पलट गई, इससे देख दूसरे गुट के साथी उन्हें बचाने के लिए कूद पड़े। इस दौरान दो गुटों के कुल 9 छात्र गहरे पानी में डूबने लगे।
आसपास लोगों ने शोरगुल मचाना शुरू कर दिया। संगम पर मौजूद जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने मोटर बोट की मदद से डूब रहे 4 युवकों को बचा लिया, जबकि पांच युवक गहरे पानी में समा गए। पुलिस व एसडीआरएफ की टीमों का 4 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला, लेकिन पांच युवकों का कुछ पता नहीं चल सका है। 5 छात्रों की डूबने की सूचना मिलते ही घाट पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए। रात होने के कारण सर्च अभियान में भी दिक्कत आ रही थी। काफी देर तक खोजबीन के बाद भी उनका कोई पता नहीं चला।
शुरुआती जांच में पता चला है कि सुमित (सतना-एमपी), विशाल (मुंगेर-बिहार), महेश्वर (मऊ), उत्कर्ष (सुल्तानपुर) और अभिषेक (सुल्तानपुर) के रूप में लापता बच्चों की पहचान हुई है। छात्रों की डूबने की सूचना मिलते ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों की भीड़ भी संगम घाट पर जुट गई। इनमें से कुछ छात्र एनडीए तो कुछ एलएलबी की तैयारी कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना डूबने वाले छात्रों के परिजनों को दे दी गई है। इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। इस हादसे को लेकर छात्र सदमे में हैं।