जयपुर। लोकसभा चुनाव में भाजपा लक्ष्य 370 पार का है। इसके लिए पार्टी ऐड़ीचोटी का जोर लगा रही है। बीते रोज गृहमंत्री अमित शाह ने एक समारोह में दावा किया कि राजस्थान से भाजपा को 70 प्रतिशत वोट के साथ सभी 25 सीटे मिल रहीं हैं। जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र को नहीं, बल्कि भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन एकजुट हो गया है। केंद्रीय मंत्री ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह निर्वाचन क्षेत्र में भी कई मुद्दों पर दिग्गज कांग्रेस नेता पर निशाना साधा।
जोधपुर में शक्ति केंद्र प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा न तो गहलोत और न ही सोनिया गांधी को आम लोगों की समस्याओं की चिंता है। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। उन्हें आम लोगों की चिंता नहीं है। शाह ने पिछले 10 वर्षों में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा किए गए कार्यों के बारे में भी बात की और अशोक गहलोत को काम के मोर्चे पर बहस में भाग लेने के लिए तैयार रहने की चुनौती दी।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि अशोक गहलोत जी, यदि आप स्वतंत्र हैं तो मेरे प्रश्न का उत्तर दें। मैंने आज हमारे द्वारा किए गए कार्यों का विवरण सार्वजनिक रूप से दिया है। अब आप अपने कार्यों पर चर्चा के लिए बहस की तारीख तय कर सकते हैं, मैं अपने युवा मोर्चा अध्यक्ष को इस पर चर्चा करने के लिए भेजूंगा। पेयजल और सिंचाई कार्यक्रम – पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के बारे में गहलोत पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा जब मैंने ईआरसीपी का वादा किया था, तो हर कोई हंस रहा था। अशोक गहलोत पूछ रहे थे कि इसे कैसे लागू किया जाएगा? गहलोत जी, भजनलाल शर्मा पहली बार मुख्यमंत्री बने हैं और पांच महीने के अंदर ही उन्होंने ईआरसीपी की ओर कदम बढ़ा दिया है।