चंडीगढ़ : पंजाब के खेल विभाग ने गर्व से घोषणा की है कि मिनर्वा फुटबॉल अकादमी के दिल्ली एफसी के साथ हुए एक आपसी समझौते (एमओयू) के तहत क्लब को माहिलपुर (जिला होशियारपुर) के नए बनाए गए खेल स्टेडियम में आगामी आई लीग सीज़न के मैच खेलने की अनुमति दी गई है। यह कदम मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार की खेलों के विकास और युवाओं में खेल प्रतिभा को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता का एक महत्वपूर्ण मील पत्थर साबित होगा।
यह समझौता आई लीग के मैचों का आयोजन कराने के साथ ही न केवल पंजाब के खेल ढांचे को मजबूत करेगा, बल्कि फुटबॉल में करियर बनाने के इच्छुक युवा खिलाड़ियों को भी सहारा प्रदान करेगा। यह आई लीग सीज़न 19 दिसंबर 2024 से शुरू होकर अप्रैल 2025 के अंत तक कुल 12 मैचों के साथ संपन्न होगा। माहिलपुर, जो फुटबॉल की नर्सरी के रूप में जाना जाता है, में इन सभी मैचों में हजारों प्रशंसकों के शामिल होने की उम्मीद है, जिनमें से कुछ देश के विभिन्न राज्यों से आएंगे। इस सीज़न में भारत के विभिन्न राज्यों से 12 टीमें भाग लेंगी, जिसमें दिग्गज क्लब जैसे डेम्पो स्पोर्टिंग क्लब और चर्चिल ब्रदर्स जैसे रिवायती क्लब भी शामिल हैं।
इस सीज़न के आई लीग मैच यूरो स्पोर्ट्स इंडिया और लाइवटीवी पर प्रसारित किए जाएंगे, जबकि फैन कोड प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन स्ट्रीमिंग भी उपलब्ध होगी। इससे माहिलपुर राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल के प्रमुख मंच पर उभरेगा।मिनर्वा फुटबॉल अकादमी के सीईओ रणजीत बजाजा ने बताया कि सभी खेल प्रेमी इस पहल से बेहद उत्साहित हैं और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान एवं खेल विभाग का आभार व्यक्त किया। खेल विभाग के निदेशक हरप्रीत सिंह सूदन ने कहा कि पंजाब सरकार खेलों में प्रतिभा को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को सुविधाएं एवं मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। माहिलपुर, जिसे भारतीय फुटबॉल का मक्का या नर्सरी कहा जाता है, आजादी से पहले से ही फुटबॉल की विरासत को संजोए हुए है।
माहिलपुर ने कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं, और होशियारपुर जिला, न केवल फुटबॉल में बल्कि कई अन्य खेलों में भी, पंजाब के खेल संस्कृति का नेतृत्व करता आ रहा है, जिससे यह मैच आयोजन के लिए एक उपयुक्त स्थान बनता है।पंजाब सरकार माहिलपुर की इस क्षमता को पहचानते हुए इसकी ऐतिहासिक खेल विरासत को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से इस प्रकार की योजनाओं के माध्यम से इसे नया जीवन देने का प्रयास कर रही है। साल 2022 से, पंजाब सरकार खेलों के विकास के लिए कई कदम उठा रही है, जिनमें “खेलें वतन पंजाब की” पहल प्रमुख है, जिसके तहत 2022 में विभिन्न आयु वर्गों और खेलों में 4,45,070 खिलाड़ी भाग ले चुके हैं। इस वर्ष “खेलें वतन पंजाब की” में पहली बार पैरा स्पोर्ट्स भी कराई जा रही हैं।