मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी (अजीत पवार) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार देर शाम मुंबई के बांद्रा पूर्व में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि उनको सीने और पेट में 2-3 गोलियां लगी हैं। वो अपने विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस में गए हुए थे। उसी वक्त उन पर अचानक फायरिंग हो गई। पुलिस ने बाबा सिद्दीकी पर हमला करने वाले दो शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक फरार होने में कामयाब रहा। गिरफ्तार दोनों मुख्य आरोपी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के रहने वाले हैं। पुलिस हर एंगल से अपनी जांच में जुटी हुई है। इसके लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है।
दरअसल, बाबा सिद्धकी और जीशान सिद्धकी शनिवार रात 9 बजे तक बांद्रा के खेरवाड़ी स्थित अपने कार्यालय में थे। इसके बाद करीब 9.30 बजे दोनों एक साथ घर जाने वाले थे, लेकिन अचानक जीशान सिद्दीकी को फोन आया और वो पहले खेरवाड़ी जाने के लिए ऑफिस से निकल गए। आपको बता दें कि बाबा सिद्दीकी 40 साल तक कांग्रेस में रहे। इसी साल 11 फरवरी को उन्होंने एनसीपी (अजित पवार) में शामिल हुए थे। वे महाराष्ट्र सरकार में 2004 से 2008 के दौरान खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम और ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन मंत्री भी रहे थे।
– कैसे हुआ हमला? –वहीं जीशान सिद्दीकी के निकलने के ठीक पांच मिनट बाद बाबा सिद्दीकी हमेशा की तरह अपने कार्यकर्ताओं से मिलते हुए बाहर निकले। कहा जा रहा है कि बाबा सिद्दकी की कार ऑफिस से 100 मीटर की दूरी पर खड़ी थी। इस दौरान लोगों से मिलते समय बाबा सिद्दकी के कार के पास अचानक बम फटने की आवाज आई। ऐसे में कार्यकर्ताओं ने पहले सोचा कि पटाखे चल रहे हैं, लेकिन आसपास कोई दुर्गामाता उत्सव न होने के कारण शक हुआ। तभी बम के फटने से वहां धुआं फैल गया और इसी दौरान लोगों को गोलियों की तेज आवाज सुनाई दी। इसके बाद जैसे ही कार्यकर्ता कार के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि तीन लोग भाग रहे थे और बाबा सिद्धकी खून से लथपथ थे। तभी पास के एक कार्यकर्ता ने बाबा सिद्धकी को तुरंत लीलावती अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी मौत हो गई।