श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में हुई भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया है। यहां पर भूस्खलन की कई घटनाओं के बाद शनिवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड पर वाहनों की आवाजाही अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बनिहाल और काजीगुंड स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवा भी दिनभर के लिए रोक दी गई है।
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, कश्मीर को हर मौसम में देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित मेहर, कैफेटेरिया मोड़, कीला मोड़, सीता राम पासी और रामबन के पंथियाल में भूस्खलन की कई घटनाएं हुईं। उन्होंने बताया कि पंथियाल सुरंग की ओर जाने वाली सड़क का एक हिस्सा बह गया है। यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि लगातार बारिश के बावजूद सड़क को साफ करने और प्रभावित हिस्सों की मरम्मत का काम जारी है। उन्होंने कहा कि लोगों को सलाह दी जाती है कि जब तक रास्ता साफ करने और मरम्मत का काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक वे राजमार्ग पर यात्रा न करें।
भारी बारिश यहां लगातार जारी है। सीमावर्ती जिलों-पुंछ और राजौरी को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाले वैकल्पिक संपर्क मार्ग मुगल रोड पर भी पुंछ जिले में राता चंभ के पास कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। अधिकारियों के अनुसार, मार्ग साफ करने वाली एजेंसियां यातायात की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही हैं। हिलार के पास रेल पटरियों पर जलजमाव के कारण बनिहाल और काजीगुंड के बीच रेल सेवा को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया गया है। मौसम विज्ञानियों ने रविवार तक पूरे जम्मू-कश्मीर में मानसूनी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
वहीं दूसरी और कश्मीर के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने के कारण अमरनाथ यात्रा शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी स्थगित कर दी गई। विभाग के अधिकारियों की मानें तो खराब मौसम के कारण दोनों ही मार्गों-पहलगाम और बालटाल पर लगातार दूसरे दिन यात्रा स्थगित रही। शनिवार सुबह किसी भी श्रद्धालु को अमरनाथ गुफा की ओर जाने की इजाजत नहीं दी गई। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद रहने के कारण जम्मू से श्रद्धालुओं के किसी भी नये जत्थे को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं प्रदान की गई। बारिश के कारण हुए भूस्खलन की वजह से यह राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। इससे पहले, कश्मीर में कई जगहों पर बारिश होने के कारण शुक्रवार को भी दोनों ही मार्गों पर अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई थी और श्रद्धालुओं को बालटाल एवं नूनवान आधार शिविरों में रोक दिया गया था।
स्थानीय मौसम मौसम विभाग ने रविवार तक पूरे जम्मू-कश्मीर में मानसूनी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गरज चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। अधिकारियों के अनुसार, बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके तीर्थयात्रियों की संख्या 80,000 से अधिक हो गई है। यह यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होने वाली है। दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल स्थित दोनों मार्गों से एक जुलाई को शुरू हुई थी।