नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) विश्व क्रिकेट में सबसे धनी बोर्ड है और ऐसे में भारतीय क्रिकेटरों का मिलने वाले सालाना अनुबंध की राशि भी सबसे अधिक होती है। अनुबंध के तहत ग्रेड होते हैं और उसी के अनुसार खिलाड़ियों को पैसा मिलता है। सालाना वेतन भी अनुबंध के ग्रेड पर ही निर्भर है हालांकि, मैच फीस हर खिलाड़ी को एक ही बराबर मिलती है। हर ग्रेड में शामिल होने के लिए प्रदर्शन मायने रखता है। अभी भारतीय टीम के पास 4 ग्रेड हैं- ए प्लस , ए, बी और सी। ए प्लस ग्रेड अभी चार खिलाड़ियों कप्तान रोहित शर्मा, पूर्व कप्तान विराट कोहली और तेज गेंदबाज जमप्रीत बुमराह और ऑल राउंडर रविंद्र जडेजा को मिला हुआ है। इसमें सबसे अधिक 7 करोड़ की राशि मिलती है।
वहीं ए ग्रेड में पांच करोड़ राशि मिलती है। ये ग्रेड हार्दिक पांड्या, आर अश्विन, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत और अक्षर पटेल को मिला है जबकि बी ग्रेड में तीन करोड़ रुपये मिलते हैं। इसमें 6 खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा, के एल राहुल, श्रेयस अय्यर, मोहम्मद सिराज, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल शामिल हैं। वहीं सी ग्रेड में एक करोड़ रुपये मिलते हैं। इसमें शामिल खिलाड़ियों के नाम इस प्रकार हैं- उमेश यादव, शिखर धवन, शार्दुल ठाकुर, ईशान किशन, दीपक हुड्डा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, वॉशिंगटन सुंदर, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह और के एस भरत।
इन सभी खिलाड़ियों को एक साल के लिए रखा जाता है। 23 सितंबर को इन खिलाड़ियों का 1 साल का अनुबंध समाप्त होगा।इन सभी खिलाड़ियों को हर मैच खेलने के लिए अलग से फीस दी जाती है. टेस्ट, वनडे और टी-20 के लिए अलग-अलग फीस दी जाती है। खिलाड़ी किसी भी ग्रेड में हो उसे प्रति मैच राशि एक जैसे ही मिलती है। हर टेस्ट मैच के लिए 15 लाख, वनडे के लिए 6 लाख और टी-20 मैच के लिए 3 लाख रुपये की फीस इन खिलाड़ियों को दी जाती है। वहीं एशिया कप की बात करें तो टीम के खिलाड़ियों की एशिया कप से कमाई इस बात पर निर्भर करेगी कि टीम कुल कितने मैच खेलती है और उन मैचों को कौन-कौन खिलाड़ी खेलता है. अगर कोई खिलाड़ी किसी मैच में नहीं है तो उसे उस मैच की फीस नहीं मिलेगी।