नई दिल्ली/चंडीगढ़ : आम आदमी क्लीनिकों को राज्य के लोगों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाने का माध्यम करार देते हुए पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि इन क्लीनिकों की सफलता के बाद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार टरशरी और दूसरे स्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रही है।
सी.आई.आई द्वारा गुरुग्राम में आयोजित उत्तर भारत हेल्थकेयर सम्मेलन के छठे संस्करण को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य में स्थापित 842 आम आदमी क्लीनिकों में अब तक 1.79 करोड़ नागरिक इलाज और ओ.पी.डी सेवाएं प्राप्त कर चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बरसाती मौसम और संक्रामक बीमारियों के संबंध में अब पंजाब के दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों के आंकड़े भी बिना देरी प्राप्त हो रहे हैं, जिससे इलाज व्यवस्थाओं की निगरानी और उचित कदम उठाना आसान हो गया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अब टरशरी क्षेत्र और अन्य सेवाओं को और मजबूत और विकसित करने के लिए योजना तैयार कर रही है।पंजाब सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई ‘फरिश्ते योजना’ और सड़क सुरक्षा फोर्स द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की कीमती जानें बचाने के लिए दिए जा रहे योगदान का जिक्र करते हुए पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके कारण सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की दर में 26 प्रतिशत की कमी आई है।
उन्होंने निजी और कॉर्पोरेट हेल्थकेयर क्षेत्र के विशेषज्ञों को आह्वान किया कि वे अपने व्यावसायिक समय में से कुछ समय उन लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए समर्पित करें जिन्हें इन सेवाओं की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि समाज का हर सदस्य पर्यावरण को बचाने में अपना योगदान दे क्योंकि स्वस्थ पर्यावरण के बिना स्वस्थ समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। इस मौके पर डॉ. धर्मेंद्र नागर, श्रीमई चक्रवर्ती, डायरेक्टर ए.बी.डी एम. विक्रम पगारिया, एम.डी एन.आई.सी.एस डॉ. आर.के मिश्रा, डॉ. भुपिंदरपाल कौर और डॉ. रुपिंदरजीत सैनी भी उपस्थित थे।