नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए सोमवार को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बैठक हुई। बैठक के दौरान दोनों दलों के कई नेता मौजूद थे। आप और कांग्रेस केंद्र में भाजपा सरकार को सत्ता से हटाने के लिए गठित विपक्ष के इंडिया ब्लॉक में भागीदार हैं। पिछले महीने दिल्ली में गठबंधन नेताओं की आखिरी बैठक के बाद विभिन्न दलों के बीच विभिन्न राज्यों के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा शुरू हो गई है। कांग्रेस-आप की बैठक में कांग्रेस की ओर से मुकुल वासनिक, अशोक गहलोत, मोहन प्रकाश, अरविंदर सिंह लवली मौजूद रहे जबकि आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधित्व आतिशी, सौरभ भारद्वाज और संदीप पाठक ने किया।
यह बैठक लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली और पंजाब में दोनों पार्टियों के सीटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी। दिल्ली में 7 लोकसभा सीटें हैं जबकि पंजाब में 13 सीटें हैं। बैठक के बाद कांग्रेस नेता गहलोत ने कहा कि जब इतना बड़ा गठबंधन बनता है, तब हर पार्टी को त्याग करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन सफल होता है तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगली बार सत्ता में नहीं लौंटने वाले हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी किसी की बातों में नहीं आना चाहिए। जब इतना बड़ा गठबंधन बनता है, तब सभी को समझौता करना पड़ता है, त्याग करना पड़ता है। कांग्रेस ने पहल की है और पूरे देश में अच्छा संदेश गया है और प्रक्रिया आगे बढ़ रही है…अगर गठबंधन सफल होता है, तब इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि पीएम मोदी अगली बार सरकार नहीं बना पाएंगे।