चंडीगढ़ : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के आठवीं कक्षा के नतीजों में सर्वोच्च तीन स्थान हासिल करने वाली छात्राएँ लवप्रीत कौर, गुरअंकित कौर और समरप्रीत कौर को इस गौरवमयी उपलब्धि के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इन छात्राओं को 51-51 हज़ार की राशि से सम्मानित किया।
भगवंत मान ने कहा, ‘‘हमारे सरकारी स्कूलों की बच्चियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। यह उपलब्धियाँ हासिल करने के लिए हमारी बच्चियों को बहुत-बहुत बधाई। हम सरकारी स्कूलों और विद्या का मानक दिन ब दिन ऊँचा उठाने के लिए दिन-रात यत्न कर रहे हैं और इन शानदार नतीजों के साथ हमारा हौसला और भी बढ़ जाता है। इस उपलब्धि पर केवल आपको ही खुशी नहीं हुई बल्कि पंजाब के लोगों ख़ासकर आपके अध्यापक और माँ-बाप को भी बहुत गर्व है। मुझे पूरी उम्मीद है आप भविष्य में भी शिक्षा के क्षेत्र में बुलन्दियाँ हासिल करते रहोगे।’’
बताने योग्य है कि सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल (लड़कियाँ) बुढलाड़ा (जि़ला मानसा) की छात्राएँ लवप्रीत कौर ने आठवीं कक्षा में 600/600 अंक हासिल करके पहला स्थान हासिल किया, जबकि इसी स्कूल की छात्रा गुरअंकित कौर ने 600/600 अंक हासिल करके दूसरा स्थान हासिल किया है। गुरू नानक पब्लिक सीनियर सेकंडरी स्कूल, बस्सिआं (जि़ला लुधियाना) की छात्रा समरप्रीत कौर ने 600/598 अंक हासिल करके तीसरा स्थान हासिल किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम धारणा के उलट सरकारी स्कूलों के इन विद्यार्थियों ने प्राईवेट स्कूलों के विद्यार्थियों को पछाड़ते हुए राज्य भर में बढिय़ा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि यह लड़कियाँ अन्य विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल बनेंगी और सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करके शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियाँ हासिल करने के लिए प्रेरित करेंगी। भगवंत मान ने कहा कि इन लड़कियों ने साबित कर दिया है कि अगर उनको अवसर दिए जाएँ तो वह किसी भी अखाड़े में नयी बुलन्दियों को छू सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेमिसाल बदलावों के अंतर्गत यह फ़ैसला किया गया है कि परीक्षाओं में बराबर अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को मैरिट में बराबर रैंक दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब 600 अंक प्राप्त करने वाली दो छात्राओं की तरह अब एक रैंक पर विचार किया जायेगा और 98.6 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली तीन छात्राएँ दूसरे रैंक पर और 98.5 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली तीन छात्राएँ तीसरे रैंक पर आऐंगी। भगवंत मान ने आशा अभिव्यक्त की कि इससे बच्चियों को शिक्षा हासिल करने के लिए बढ़ावा देकर उनके सशक्तिकरण में और मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों ख़ासकर लड़कियों के लिए बढिय़ा स्कूली शिक्षा का माहौल मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि 5वीं, 8वीं और 10वीं की परीक्षाओं के नतीजों में उच्च स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को नकद इनाम देने के लिए नीति बनाई जा रही है। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि यह विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में बढिय़ा स्थान हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विद्यार्थियों को मुफ़्त किताबें और वर्दियाँ मुहैया करवाकर पहले ही नया मापदंड कायम किया है। उन्होंने कहा कि अब आने वाली गर्मियों की छुट्टियों के दौरान स्कूलों के बुनियादी ढांचे को भी चुस्त-दुरुस्त किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि यह विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करने में सहायक होगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों में सुरक्षा की भावना को यकीनी बनाने के लिए सरकारी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाएगी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित बनाने में और अधिक मदद करेगा कि विद्यार्थियों ख़ासकर लड़कियाँ शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियाँ हासिल करें। भगवंत मान ने कहा कि यह सभी प्रयास यह यकीनी बनाने के लिए हैं कि पंजाब शिक्षा के क्षेत्र में पहले नंबर का राज्य बने। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस और अन्य भी उपस्थित थे।