लखनऊ । सनातन धर्म को लेकर देश की राजनीति जबरदस्त गर्म है। डीएमके नेता और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद इस पर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा विपक्षी गठबंधन इंडिया पर हमलावर है। इस बीच शनिवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ पहुंचे थे। इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि सनातन धर्म को लेकर हो रहा विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है। सनातन धर्म वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देने वाला धर्म है।
उन्होंने कहा कि यह धर्म जाति, पंथ और मजहब से ऊपर उठकर संपूर्ण विश्व को अपना परिवार कहने वाला धर्म है। इसका न कोई आदि है न कोई अंत है। इस पर विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्रीय सिंह ने कहा कि सनातन धर्म को मानने वाली महिलाएं चीटियां दिखने पर उन्हें आटा डालती हैं। इस पर विवाद नहीं होना चाहिएं। साथ ही उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन जल्द होगा। इसके पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री ने सनातन धर्म पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम के नेता उदयनिधि की टिप्पणी को लेकर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर हमला बोलकर कहा था कि इसमें शामिल लोगों को सनातन धर्म के अपमान के लिए क्षमा मांगनी चाहिए।
उन्होंने सवाल किया कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अशोक गहलोत जैसे कांग्रेस नेता इस मुद्दे पर ‘मौन’क्यों हैं।उदयनिधि ने आरोप लगाया है कि सनातन धर्म समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इस खत्म किया जाना चाहिए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू बुखार से की और कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इन्हें नष्ट किया जाना चाहिए।