चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जम्मू-कश्मीर में देश की सेवा दौरान 20 अप्रैल को शहीद होने वाले चार बहादुर सैनिको के घर जाकर उनके परिवारों को आर्थिक सहायता के रूप में एक-एक करोड़ रुपये का चैक सौंपा।
मुख्यमंत्री ने इन शहीदों के पैतृक घरों का दौरा किया, जिनमें हवलदार मनदीप सिंह गांव चनकोयीआ काकन जिला लुधियाना, लांस नायक कुलवंत सिंह गांव चडिक जिला मोगा, सिपाही हरकिशन सिंह गांव तलवंडी भरथ जिला गुरदासपुर और सिपाही सेवक सिंह गांव बाघा जिला बठिंडा शामिल है।
भगवंत मान ने अपनी यात्रा के दौरान इन परिवारों के सदस्यों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की और ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान देने की प्रार्थना की। इन वीरों द्वारा देश के लिए किए गए महान बलिदानों के सम्मान में परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का चैक सौंपते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा देश इन शहीदों का ऋणी है, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।
भगवंत मान ने कहा कि देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए धरती माँ के इन सपूतों के महान योगदान में राज्य सरकार की और से यह एक विनम्र श्रद्धांजलि है। मुख्यमंत्री ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले सैनिकों के परिवारों की सहायता के लिए राज्य सरकार की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए कहा कि सैनिकों के परिवारों का कल्याण सुनिश्चित करना राज्य सरकार का कर्तव्य है। भगवंत मान ने कहा कि सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए राज्य सरकार की इसी वचनबद्धता के तहत शहीदों को आर्थिक मदद दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आश्रितों को रोजगार देने की नीति के आधार पर सेना से विचार-विर्मश कर शहीदों के परिवारिक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। भगवंत मान ने आशा व्यक्त की राज्य की इस पहल से परिवार को मदद मिलेगी और उनका भविष्य सुरक्षित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन युवाओं को अपनी मातृभूमि की सेवा के लिए सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा।
भगवंत मान ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि इस वीर सैनिक ने देश की एकता की रक्षा के लिए पूर्ण समर्पण दिखाया और उनका महान बलिदान उनके साथी सैनिकों को और अधिक समर्पण और दृढ़ता के साथ अपना कर्तव्य निभाने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि देश को विदेशी साम्राज्यवाद से मुक्त करवाने में पंजाबियों ने अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि अब पंजाबी भी सीमाओं की रक्षा कर देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने गुरदासपुर के गांव तलवंडी भरथ में एक सरकारी स्कूल का नाम शहीद सिपाही हरकृष्ण सिंह के नाम पर रखने का ऐलान किया। इसके इलावा उन्होंने गांव में स्टेडियम निर्माण और धर्मशाला के नवीनीकरण पर 73.50 लाख रुपये खर्च करने की भी घोषणा की। भगवंत मान ने कहा कि इन कार्यों का एस्टीमेट तैयार है और जल्द ही इन पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
इसी तरह मोगा के गांव चडिक में मुख्यमंत्री ने शहीद लांस नायक कुलवंत सिंह के नाम पर सरकारी स्कूल का नाम रखने और शहीद के पैतृक गांव में खेल मैदान बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि लांस नायक कुलवंत सिंह अपने परिवार की दूसरी पीढ़ी के शहीद है क्योंकि इससे पहले उनके पिता हवलदार बलदेव सिंह ने भी देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। भगवंत मान ने कहा कि अपग्रेड किए स्कूल के परिसर में दोनों शहीदों की प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी, जिसका नाम लांस नायक कुलवंत सिंह के नाम पर रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बठिंडा जिले के बाघा गांव में सिपाही सेवक सिंह के नाम पर सरकारी स्कूल के निर्माण की घोषणा की। इसी तरह उन्होंने कहा कि गांव के मौजूदा स्टेडियम को भी अपग्रेड किया जाएगा और उसमें शहीद की प्रतिमा भी लगाई जाएगी। भगवंत मान ने कहा कि शहीद के गांव में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए भी राज्य सरकार आवश्यक कदम उठाएगी। जिला लुधियाना के गांव चनकोइयां काकन में मुख्यमंत्री ने गांव के स्कूल का नाम शहीद हवलदार मनदीप सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दोराहा से इस गांव को जाने वाली सड़क को मजबूत कर इस सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार स्टेडियम का नामकरण शहीद के नाम पर करने की संभावना तलाशेगी।