तिरुवनंतपुरम । केरल की पहली वंदेभारत ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तिरुवनंतपुरम रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस तरह से यह देश की 15वीं वंदेभारत ट्रेन हो गई है। यह ट्रेन तिरुवनंतपुरम और कासरगोड के बीच चलेगी। इस दौरान यहां आयोजित कार्यक्रम में मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पीनारायी विजयन, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, स्थानीय सांसद शशि थरूर प्रमुख रूप से मौजूद रहे। गौरतलब है कि इससे पहले भी देश के अलग अलग राज्यों में 14 वंदेभारत ट्रेनों का सफल संचालन हो रहा है। यह ट्रेन केरल 11 जिलों को आपस में जोड़ेगी। इनमें तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, पठानमथिट्टा, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड शामिल हैं। यानी इन शहरों में वंदेभारत ट्रेन चलने के बाद आवागमन आसान हो जाएगा।
डीजी (रेलवे) योगेश बावेजा ने बताया कि इस ट्रेन से सफर कर करीब एक घंटे समय बचाया जा सकता है। ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी। तिरुवनंतपुरम से कासरगोड ट्रेन संख्या 20634 व कासरगोड से तिरुवनंतपुरम ट्रेन संख्या 20633 के रूप में आएगी। चेयरकार में कुल 914 सीटें और एग्जीक्यूटिव चेयर कार में 86 सीटें हैं। ट्रेन गुरुवार को छोड़कर पूरे सप्ताह चलेगी। तिरुवनंतपुरम से कासरगोड तक का सफर 8 घंटे 5 मिनट में किया जा सकेगा। ट्रेन तिरुवनंतपुरम से सुबह 5.20 बजे रवाना होगी और दोपहर 1.25 बजे कासरगोड पहुंचेगी। यह कासरगोड से दोपहर 2.30 बजे रवाना होगी और 10:35 बजे तिरुवनंतपुरम पहुंचेगी।
पीएम का किया भव्य स्वागत, सड़क के दोनों तरफ जुटे हजारों लोग – पीएम मोदी का मंगलवार को केरल की राजधानी पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने सहित कई परियोजनाओं की शुरुआत करने के सिलसिले में वे यहां पहुंचे थे। तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और तिरुवनंतपुरम के सांसद तथा कांग्रेस नेता शशि थरूर ने स्वागत किया। यहां से रेलवे स्टेशन की उनकी यात्रा एक रोड शो की तरह थी, जहां हजारों लोग उनका स्वागत करने के लिए घंटों पहले से ही सड़कों के किनारे कतार में खड़े थे। लोगों ने उनके काफिले पर फूलों की बारिश भी की। एसपीजी कर्मियों से घिरे अपने वाहन के फुटबोर्ड पर खड़े होकर प्रधानमंत्री ने सड़क के किनारे मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का अभिवादन किया। हवाई अड्डे से रेलवे स्टेशन तक के पूरे मार्ग पर हजारों लोगों के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक पार्टी के झंडे और मोदी की तख्तियां लिए एकत्र हुए थे। सड़क के किनारे हजारों लोगों के जमा होने के अलावा, रेलवे स्टेशन तक जाने वाले लगभग छह किलोमीटर लंबे मार्ग पर प्रधानमंत्री और वंदे भारत एक्सप्रेस के कटआउट भी लगाए गए थे।
ट्रेन का रूट और किराया – वंदेभारत ट्रेन के रूट की बात करें तो यह ट्रेन अपनी 586 किलोमीटर लंबी यात्रा में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, पठानमथिट्टा, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जैसे 11 जिलों को कवर करेगी। ट्रेन गुरुवार को छोड़कर छह दिन चलेगी। यह तिरुवनंतपुरम से सुबह 5:20 बजे रवाना होगी और दोपहर 1:25 बजे कासरगोड पहुंचेगी। इसके बाद ट्रेन वापसी के लिए कासरगोड से दोपहर 2.30 बजे रवाना होगी और रात 10:35 बजे तिरुवनंतपुरम पहुंचेगी। तिरुवनंतपुरम-कासरगोड वंदे भारत एक्सप्रेस 586 किमी लंबी यात्रा आठ घंटे और पांच मिनट में तय करेगी और 14 रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी। तिरुवनंतपुरम-कासरगोड यात्रा का किराया 1,590 रुपये (चेयर कार के लिए) और 2,880 रुपये (एक्जीक्यूटिव क्लास के लिए) निर्धारित किया गया है। जबकि, कासरगोड-तिरुवनंतपुरम मार्ग में किराया 1,520 (चेयर कार) और 2,815 (एक्जीक्यूटिव क्लास) होगा। इसके लिए टिकट आईआरसीटीसी की वेबसाइट, मोबाइल ऐप और रेलवे स्टेशनों पर आरक्षण काउंटरों के माध्यम से बुक किए जा सकते हैं।
अब तक वंदेभारत ट्रेनों की स्थिति – देश की पहली वंदे भारत ट्रेन सबसे नई दिल्ली से भगवान शिव की नगरी काशी के बीच चली। यह ट्रेन फरवरी 2019 में चलाई गयी है। वहीं, दूसरी ट्रेन को भी धार्मिक नगरी से जोड़ा गया और यह ट्रेन नई दिल्ली से श्री वैष्णो देवी कटरा के बीच चली। तीसरी गांधीनगर से मुंबई के बीच चलाई गयी, चौथी नई दिल्ली से अंब अंदौरा स्टेशन हिमाचल के बीच शुरू की गयी। पांचवीं वंदेभारत को चेन्नई से मैसूर के बीच चलाया गया। छठीं वंदेभारत नागपुर से बिलासपुर के बीच चली। इसी तरह सातवीं वंदेभारत ट्रेन हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी और आठवीं वंदेभारत सिकंदराबाद से विशाखपट्टनम के बीच शुरू की गयी। वहीं, नौंवी मुंबई से सोलापुर और 10वीं मुंबई से शिरडी,11वीं रानी कमलापति स्टेशन (भोपाल) से निजामुद्दीन, 12वीं, 13वीं सिकंदराबाद से तिरुपति व चेन्नई से कोयंबटूर, 14वीं दिल्ली से अजमेर के बीच चल रही है