चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से राज्य में खेलों की संस्कृति पैदा करने और पंजाब को खेलों में देश का नंबर एक राज्य पैदा करने के सपने को व्यवहारिक रूप देने के लिए बनाईं गई ‘खेडां वतन पंजाब दीयां’ की पहले साल की सफलता के बाद इस साल दूसरी ‘खेडां वतन पंजाब दीयां’ करवाने के लिए विभाग द्वारा पूरी तैयारी की जा रही है।
पंजाब भवन में खेल की तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए बुलायी मीटिंग के उपरांत मीत हेयर ने बताया कि अलग- अलग खिलाड़ियों और खेल ऐसोसीएशनों की तरफ से माँगों को स्वीकार करते हुये इस बार चार नये खेल साईकिलिंग, घुड़सवारी, रग्बी और वॉलीबॉल शूटिंग को शामिल किया गया है। इस बार कुल 34 खेलों के मुकाबले करवाए जाएंगे जिनमें उक्त चार के इलावा एथलैटिक्स, हॉकी, फ़ुटबाल, वॉलीबॉल ( स्मैशिंग), कबड्डी ( सर्कल और नेशनल स्टाइल), हैंडबाल, मुक्केबाज़ी, बास्केटबाल, कुश्ती, जूडो, तीरंदाज़ी, निशानेबाज़ी, पावर लिफ्टिंग, लॉन टैनिस, बैडमिंटन, किक्क बॉक्सिंग, काएकिंग और कैनोइंग, खो खो, जिमनास्टिक, तैराकी, नैटबाल, गतका, शतरंज़, टेबल टैनिस, रोलर स्केटिंग, वेटलिफटिंग, साफ्टेबाल, रोइंग और तलवारबाजी शामिल हैं।
खेल मंत्री ने बताया कि अंडर 14 से 60 वर्ष आयु से अधिक वैटर्न तक अलग-अलग आयु वर्गों के मुकाबले करवाए जाएंगे। एथलैटिक्स, फ़ुटबाल, खो खो, कबड्डी ( नेशनल और सर्कल स्टाइल) और वॉलीबॉल के मुकाबले ब्लाक स्तर से शुरू होंगे जब इनके विजेता और बाकी खेलों के ज़िला स्तरीय मुकाबले होंगे और फिर ज़िला विजेताओं के राज्य स्तरीय मुकाबले होंगे। इस बार राज्य स्तरीय मुकाबलों का दायरा बढ़ा कर पिछली बार के 10 जिलों की बजाय 20 जिलों में होंगे। राज्य स्तर के पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वालों को क्रमवार 10 हज़ार, 7 हज़ार और 5 हज़ार रुपए का नकद इनाम दिया जायेगा।
मीत हेयर ने कहा कि रंगारंग उद्घाटनी समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा खेल की शुरुआत की जायेगी जिसके लिए दिन और स्थान के चयन का फ़ैसला जल्द किया जायेगा। राष्ट्रीय स्तर के अन्य खेल मुकाबलों के कैलंडर को देखते हुये जल्द ही खेल के मुकाबलों की तिथियों का ऐलान किया जायेगा। खेल में हिस्सा लेने के लिये आनलाइन और आफलाईन एंट्री होगी। रंगारंग समाप्ति समारोह के दौरान 10 हज़ार से अधिक विजेता रहने वाले खिलाड़ियों को 7 करोड़ रुपए के नकद इनाम दिए जाएंगे। मीटिंग में विशेष मुख्य सचिव सरवजीत सिंह, डायरैक्टर हरप्रीत सिंह सूदन, विशेष सचिव आनन्द कुमार और डिप्टी डायरैक्टर परमिन्दर सिंह सिद्धू उपस्थित थे।