चंडीगढ़- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज सिरसा और फतेहाबाद जिलों में बाढ़ की स्थिति का हवाई सर्वेक्षण किया तथा सिरसा के एयरफोर्स स्टेशन पर दोनों जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य को निरंतर जारी रखने व तत्परता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ बचाव कार्यों और लोगों को तुरंत राहत पुहंचाने के लिए हरियाणा सरकार काफी गंभीरता से कार्य कर रही है।
वे स्वयं सिरसा व फतेहाबाद दोनों जिलों की हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। आपदा की स्थिति में सरकार पूर्ण रूप से लोगों के साथ है। इस बाढ़ के कारण लोगों का जो भी नुकसान हुआ है, उसकी असेसमेंट करवाकर भरपाई की जाएगी। फसलों को हुए नुकसान का ब्योरा किसान ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करवा सकते हैं। ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल एक महीने तक खुला रहेगा।
मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों के अधिकारियों से कहा कि बाढ़ की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग व पशुपापाल विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सक्रियता से कार्य करें, ताकि बाढ़ के प्रभाव से होने वाली किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या पर संबंधित क्षेत्रों में लोगों व पशुओं का इलाज करें। उन्होंने दोनों जिलों के उपायुक्तों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, गांवों व ढाणियों में पानी के स्थिति के बारे में जानकारी ली। सरकार द्वारा भेजी जाने वाली राशि को भी पंचायतों को जरूरत अनुसार उपलब्ध करवाया जाए। आबादी वाले क्षेत्रों को बचाने का हरसंभव प्रयास हो।
मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों से एनडीआरएफ टीम व अन्य किसी भी प्रकार की मदद की आवश्यकता के संबंध में जानकारी ली। उपायुक्त सिरसा व उपायुक्त फतेहाबाद ने बाढ़ बचाव कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दोनों जिलों के उपायुक्तों ने बताया कि जिलों में दो-दो एनडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर वॉलंटियर व समाजसेवी संस्थाएं लोगों की हरसंभव मदद कर रही हैं।
इस अवसर पर सांसद सुनीता दुग्गल, मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सलाहकार जगदीश चोपड़ा, सिरसा के उपायुक्त पार्थ गुप्ता, फतेहाबाद की उपायुक्त मनदीप कौर, सिरसा के पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा व फतेहाबाद की पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।