मुम्बई । अक्टूबर-नवंबर में होने वाले एकदिवसीय विश्वकप की मेजबानी में होने वाले विश्वकप के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड टीम तैयार करने में लग गया है। एकदिवसीय विश्वकप में अब काफी कम समय बचा है। इसके लिए करीब 20 सदस्यों का दल तैयार किया जाएगा जिसमें दस खिलाड़ियों की जगह पहले ही पक्की है। 2019 में हुए एकदिवसीय विश्व कप के बाद टीम इंडिया के बल्लेबाजों का प्रदर्शन देखें, तो 4 खिलाड़ियों ने 3 या उससे अधिक शतक लगाये हैं। उन्होंने 1100 से अधिक रन भी बनाए हैं। ऐसे में इनका विश्वकप में खेलना तय है। विराट कोहली का प्रदर्शन एकदिवसीय में सबसे अच्छा रहा है। उन्होंने 38 मैच की 37 पारियों में 46 की औसत से टीम की ओर से सबसे अधिक 1612 रन बनाए हैं।
कप्तान रोहित शर्मा ने पिछले विश्व कप के बाद से ही एकदिवसीय की 27 पारियों में 47 की औसत से 1167 रन बनाए हैं। जिसमें 3 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। 159 रन सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। स्ट्राइक रेट 102 का है। सर्जरी के कारण वापसी की राह देख रहे केएल राहुल ने 30 पारियों में 49 की औसत से 1282 रन बनाए हैं। वह विकेटकीपर बल्लेबाज के तोर पर टीम में जगह के प्रबल दावेदार हैं। युवा शुभमन गिल ने भी इस दौरान बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने 208 रन की अनुभवी पारी खेली। शुभमन ने 22 पारियों में 72 की औसत से 1295 रन बनाए हैं। इसमें 4 शतक और 5 अर्धशतक लगाये हैं। वहीं श्रेयस अय्यर ने पिछले 4 साल में वनडे में 33 पारियों में 47 की औसत से 1421 रन बनाए हैं। वह हालांकि अभी तक फिट नहीं है पर विश्वकप तक उनके फिट होने की टीम प्रबंधन को उम्मीद है।
गेंदबाजी की बात करें, तो तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने 23 मैच में 19 की औसत से 43 विकेट लिए हैं। 32 रन देकर 4 विकेट बेस्ट प्रदर्शन है। इस दौरान वे रैंकिंग में नंबर-1 तक भी पहुंचे। ऐसे में उनका विश्व कप में खेलना तय है। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने 21 पारियों में 37 और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 23 पारियों में 35 विकेट लिए हैं। जसप्रीत बुमराह ने इस दौरान 14 एकदिवसीय में 18 विकेट लिए हैं। वे भी चोट के बाद रिहैब से गुजर रहे हैं। फिट होने पर उनका खेलना भी तय है। ऑलराउंडर के तौर पर हार्दिक पंड्या की भी जगह पक्की है। पंड्या ने पिछले 4 साल में एकदिवसीय में 17 पारियों में 39 की औसत से 627 रन बनाए हैं। इसमें 5 अर्धशतक हैं।