चंडीगढ़ – केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को गुरुग्राम में एनएफटी, एआई व मेटावर्स के युग मे अपराध व सुरक्षा थीम पर आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर उन्होंने विभिन्न राज्यों द्वारा साइबर सुरक्षा के मद्देनजर प्रदर्शित की गई स्टॉल का अवलोकन किया।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने हरियाणा सरकार द्वारा साइबर क्राइम को रोकने के लिए उठाए गए पहलुओं पर सूचना, जन संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी की सराहना की। उन्होंने स्टॉल का अवलोकन करते हुए हरियाणा सरकार की डॉक्युमेंट्री को भी देखा जिसमें हरियाणा में हुए पुलिस सुधार, पंचकूला में साइबर फोरेंसिक लैब की स्थापना, साइबर हेल्पलाइन 1930, 318 साइबर हेल्प डेस्क, 29 साइबर पुलिस स्टेशन सहित अपराध की रोकथाम व सुरक्षा जैसे विषयों के बारे में विस्तार से दर्शाया गया है। गृह मंत्री ने हरियाणा सरकार द्वारा मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में आमजन की सुरक्षा को लेकर उठाये गए कदमों को उल्लेखनीय बताया और कहा कि जनसेवा की दिशा में हरियाणा सरकार अपनी प्रभावी जिम्मेदारी निभा रही है। केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा सरकार की स्टॉल पर संबंधित अधिकारियों से बातचीत की और हरियाणा सरकार की कार्यशैली को अनुकरणीय बताया।
गौरतलब है कि दो दिवसीय प्रदर्शनी में हरियाणा सरकार की ओर से साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में चलाए गए उल्लेखनीय कार्यक्रम व उपलब्धियां डिस्पले की गई हैं। सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा के साथ पुलिस की ओर से दो अलग-अलग स्टाल पर यह उपलब्धियां फिल्म व ब्रोशर के माध्यम से प्रदर्शित की हैं और देश विदेश से आये प्रतिनिधियों ने हरियाणा सरकार की जन सुरक्षा को लेकर प्रदत्त सेवाओं की जानकारी ली। प्रदर्शनी का अवलोकन हरियाणा के राज्यसभा सांसद लेफ्टिनेंट जनरल डीपी वत्स द्वारा भी किया गया।
साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए हरियाणा सरकार के इनिशिएटिव
– साइबर अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करने को लेकर हरियाणा सरकार द्वारा मई 2023 तक 1130 जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में 3 लाख 15 हज़ार लोगों ने भागीदारी सुनिश्चित करते हुए इसका लाभ उठाया।
– सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी देने के लिए 5388 पोस्ट डाली गई हैं जिससे 2 लाख 66 हज़ार लोगों तक पहुंचते हुए उन्हें साइबर अपराध संबंधित गतिविधियों से बचाव को लेकर जागरूक किया गया है।
– साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए हरियाणा सरकार द्वारा 318 साइबर हेल्पडेस्क स्थापित किए गए जिनमें 700 बहु प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
– साइबर अपराध संबंधित शिकायतों का तत्परता से निवारण करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 तथा एमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम डायल 112 शुरू किया गया।
– प्रदेश में 29 साइबर पुलिस थाना ने 350 से अधिक पुलिस अधिकारी नियुक्त किए गए।
– साइबर अपराध को रोकने के लिए पंचकूला में साइबर फॉरेंसिक लैब स्थापित की गई।
– हरियाणा सरकार द्वारा स्टेट लेवल साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर पंचकूला में स्थापित किया गया।
– स्टेट क्राइम ब्रांच तथा सीआईडी द्वारा संयुक्त रूप से साइबर क्राइम संबंधी गतिविधियों को रोकने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अब तक इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए 3566 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
साइबर अपराध संबंधी मामलों की जांच कार्य को लेकर स्टेट नोडल अथॉरिटी द्वारा एसओपी निर्धारित की गई है। इसके तहत अब तक 586 साइबर वॉलिंटियरो को एनसीईआरपी पोर्टल के माध्यम से रजिस्टर किया जा चुका है।साइबर अपराध के प्रति लोगों में जागरूकता लाने को लेकर प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को साइबर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इसी प्रकार अक्टूबर को साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है।
यह रहे मौजूद : इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा, एसीएस होम हरियाणा टीवीएसएन प्रसाद, डीजीपी हरियाणा पीके अग्रवाल, डीसी निशांत कुमार यादव व सीपी गुरुग्राम कला रामचन्द्रन, नूंह के एसपी वरुण सिंगला सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।