नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16वें ‘सिविल सेवा दिवस कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। पीएम मोदी ने सिविल सेवा के 15 अधिकारियों को लोक प्रशासन में सर्वोच्च मानदंड स्थापित करने के लिए ‘प्रधानमंत्री उत्कृष्टता मेडल’ से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने ‘पीएम गतिशक्ति’, ‘आयुष्मान भारत’, ‘हर घर जल’, ‘आकांक्षी जिला’ और ‘समग्र शिक्षा अभियान’ जैसे चुनिंदा सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लोकसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 15 नौकरशाहों को वर्ष 2023 के लिए दिए गए ‘प्राइम मिनिस्टर अवॉर्ड्स आफ एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन 2022’ पर एक कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इस साल का सिविल सर्विस डे बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। यह ऐसा समय है जब देश ने अपनी आजादी के 75 वर्ष पूर्ण किए हैं, ऐसा समय है जब देश ने अगले 25 वर्षों के विराट-विशाल लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तेजी से कदम बढ़ाना शुरू किया है। मैं आज भारत के हर सिविल सेवा अधिकारी से यही कहूंगा कि आप बहुत भाग्यशाली हैं। आपको इस कालखंड में देश की सेवा का मौका मिला है…हमारे पास समय कम है, लेकिन सामर्थ्य भरपूर है, हमारे लक्ष्य कठिन हैं लेकिन हौसला कम नहीं है, हमें पहाड़ जैसी ऊंचाई भले ही चढ़नी है, लेकिन इरादे आसमान से भी ज्यादा ऊंचे हैं। पहले सोच थी ‘सरकार सब कुछ करेगी’ और अब सोच है ‘सरकार सबके लिए करेगी’!’
पीएम मोदी ने कहा, अब आजादी के अमृतकाल में युवा अधिकारियों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होने वाली है, क्योंकि अगले 15-20 साल आपका कार्य बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है, आपको बेहद महत्वपूर्ण सेवा का मौका मिल रहा है। पिछले 9 वर्षों में अगर देश के गरीब से गरीब को भी सुशासन का विश्वास मिला है, तब इसमें आपकी मेहनत भी रही है। पिछले 9 वर्षों में अगर भारत के विकास को नई गति मिली है, तब ये भी आपकी भागीदारी के बिना संभव नहीं था। कोरोना संकट के बावजूद आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। देश में अधिकारी वहीं हैं, कर्मचारी वहीं है लेकिन उनकी भूमिका बदल गई है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज भारत डिजिटल पेमेंट के मामले में नंबर वन है, मोबाइल डेटा दुनिया में सबसे सस्ता है, देश में आर्थिक व्यवस्था बेहद मजबूत है, ग्रामीण अर्थव्यवस्था तरक्की कर रही है। साल 2014 की तुलना में 10 गुना रफ्तार से नए रेल मार्ग बन रहे हैं और कई गुना ज्यादा सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘विकसित भारत सिर्फ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर या आधुनिक निर्माण तक सीमित नहीं है। विकसित भारत के लिए आवश्यक है कि भारत का सरकारी सिस्टम हर देशवासी की आकांक्षा को सपोर्ट करे, विकसित भारत के लिए आवश्यक है भारत का हर सरकारी कर्मचारी देशवासियों की सपनों को सच करने में उनकी मदद करे, विकसित भारत के लिए आवश्यक है भारत में सिस्टम के साथ नेगेटिविटी जो पिछले दशकों में जुड़ी थी, वह पॉजिटिविटी में बदले। हमारी योजनाएं कितनी बेहतर क्यों ना हों अगर अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंचेगी, तब अपेक्षित परिणाम नहीं मिलेगा। आज सरकार समय और संसाधनों का बेहतरीन उपयोग कर रही है। आज सरकार का लक्ष्य ‘राष्ट्र-प्रथम और नागरिक-प्रथम’ है। आज सरकार का फोकस वंचितों को सशक्त बनाना है, देश को सशक्त बनाना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्यूरोक्रेसी के महत्व पर बल देकर कहा, पिछली व्यवस्था के कारण 4 करोड़ से अधिक फर्जी गैस कनेक्शन थे, 4 करोड़ फर्जी राशन कार्ड थे, अल्पसंख्यक मंत्रालय 30 लाख फर्जी युवाओं को छात्रवृत्ति का लाभ दे रहा था। आज देश और आप सभी के प्रयासों से सिस्टम बदला है और देश के करीब करीब 3 लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बचे हैं…आप सभी इसके लिए अभिनंदन के अधिकारी हैं। आज ये पैसे गरीबों के काम आ रहे हैं, उनके जीवन को आसान बना रहे हैं। आज चुनौती यह नहीं है कि आप कितने एफिशिएंट हैं, चुनौती यह तय करने में है कि जहां जो डिफिशिएंसी है, वह कैसे दूर होगी। ब्यूरोक्रेसी फेल हुई, तब देश को भुगतना पड़ेगा। ब्यूरोक्रेसी लड़खड़ाई तब युवाओं के सपने चकनाचूर हो जाएंगे! आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा। नौकरशाही को ‘भारत का फौलादी ढांचा’ मानने वाले सरदार पटेल के सपनों को साकार करने की राह पर आपको आगे बढ़ना है।