मंडी। पहाड़ दरकने से अवरुद्ध हुए मनाली चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को 18 घंटे बाद भी बहाल नहीं किया गया है। यहां सात व चार मील में पहाड़ दरकने से भारी चट्टानें व मलबा राजमार्ग पर आ गया है। भारी बारिश होने की वजह से रात को मलबा हटाने का काम नहीं हो पाया। सुबह होते ही एनएचएआइ ने मलबा हटाने के लिए मशीनरी लगा दी। मौसम अगर साफ रहा तो जल्द ही मार्ग बहाल होने की उम्मीद है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से हजारों वाहन व पर्यटक फंसे हुए हैं। इधर पंडोह, मंडी व नाचगला में भारी जाम लगा हुआ है। पर्यटकों को भूखे प्यासे रात गुजारनी पड़ी है। वहीं, द्रंग विधानसभा क्षेत्र की नवलाय पंचायत के चाहल गांव में देर रात एक महिला पानी के तेज बहाव में बह गई।
महिला की तलाश में एनडीआरएफ व स्थानीय पुलिस ने सर्च अभियान शुरु किया हुआ है। हाइवे पर जाम की वजह से मालवाहक वाहन व लग्जरी बसों को पंडोह, नागचला व मंडी में रोका गया है। हलके वाहनों को डडौर, बग्गी, चैलचौक, गोहर होकर पंडोह भेजा जा रहा है। यहां से वाहन फिर कुल्लू मनाली के लिए रवाना हो रहे हैं। कुल्लू मनाली की ओर से आने वाले हल्के वाहनों को इसी वैकल्पिक मार्ग पर डडौर के लिए भेजा जा रहा है। यहां भी जाम की स्थिति बनी हुई है।
लगातार हो रही बारिश व भूस्खलन से जिला भर में 112 मार्ग बाधित हुए है। यहां मार्ग में 200 से अधिक बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं। इससे आम जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है।
मार्ग बंद होने से रोजर्मरा की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं हो पाई है। जानकारी के अनुसार बागीनाला में गत वर्ष जैसे हालात पैदा न हों, इसलिए प्रशासन ने वहां नाले के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। बादल फटने से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। उपायुक्त मंडी, अरिंदम चौधरी ने कहा कि बारिश व भूस्खलन से जिला भर में 112 मार्ग बाधित हैं। मनाली चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग जल्दी ही बहाल होने की उम्मीद है।