नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के दस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को योजना के लाभार्थियों से अपने आवास पर मुलाकात की। इस खास अवसर पर लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री से अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस तरह इस योजना ने उनके जीवन को बदल दिया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने लाभार्थियों से कहा कि वे दूसरों को अब आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करें।प्रधानमंत्री मोदी ने मुद्रा योजना के लाभार्थियों का अपने आवास में स्वागत करते हुए कहा, कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि जब मेहमान घर आते हैं तो घर पवित्र हो जाता है। इसलिए मैं आप सभी का दिल से स्वागत करता हूं।
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा, कि मुद्रा योजना मोदी की तारीफ के लिए नहीं है, यह योजना देश के युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का साहस देने के लिए है। इसी दौरान उन्होंने मुद्रा योजना के लाभार्थियों से आग्रह किया कि वे अन्य युवाओं को भी प्रेरित करें ताकि वे भी आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भागीदार बन सकें।सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में मुद्रा योजना के तहत 50 करोड़ ऋण खातों को स्वीकृति दी गई है और लगभग 33 लाख करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया है। इनमें से 68 प्रतिशत महिला लाभार्थी हैं जबकि 50 प्रतिशत लाभार्थी अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं।