नई दिल्ली । अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की गंभीरता को देखते हुए अन्य विभागों के साथ ही रेलवे भी अलर्ट मोड में है। इस चक्रवात के बृहस्पतिवार तक गंभीर रूप लेने और गुजरात के सौराष्ट्र व कच्छ क्षेत्रों में तट से टकराने की संभावना है। केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा समेत अन्य राज्यों में इस तूफान का असर दिख सकता है। इसे लेकर रेलवे ने तमाम तरह की कवायद की है। रेलवे बोर्ड से इसकी मॉनीटरिंग वॉर रूम से की जा रही है तो पश्चिमी रेलवे ने अधिकारियों को सचेत करने के साथ एडवाइजरी जारी की है।
इस चक्रवात की वजह से ट्रेनों की अवाजाही पर नजर रखी जा रही है। मंगलवार को 100 से अधिक ट्रेन प्रभावित हुई जिसमें 69 ट्रेन निरस्त भी कर दी गई है। इसके अलावा बुधवार व बृहस्पतिवार को भी 150 से अधिक ट्रेन प्रभावित होगी। पश्चिम रेलवे ने गुजरात में बिपरजॉय चक्रवात के मद्देनज़र सतर्कतावश चक्रवात संभावित क्षेत्रों में एहतियाती उपाय के रूप में कुछ ट्रेनों को निरस्त और आंशिक रूप से निरस्त करने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त पश्चिम रेलवे द्वारा पश्चिम रेलवे के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इन संभावित क्षेत्रों के ट्रेन यात्रियों के लिए कई संरक्षा और सुरक्षा सावधानियां भी बरती जा रही हैं। ट्रेनों के निरसत होने पर रिफंड भी निममों के अनुसार किया जा रहा है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के खतरे को देखते हुए रेलवे हाई अलर्ट मोड में है। रेल भवन में स्थित वॉर रूम से इसपर नजर रखी जा रही है। एलईडी स्क्रीन पर सेटेलाइट से मिल रहे संकेत पर पल-पल अधिकारी आंख गड़ाए हुए है। विशेषज्ञों की टीम हर उस गतिविधि पर नजर रख रही है जिससे नुकसान पहुंच सकता है। पश्चिमी रेलवे जोन को निर्देशित किया जा रहा है। गंभीर चक्रवाती तूफान को देखते हुए दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है ताकि किसी भी खतरे की स्थिति में ट्रेनों के संचालन के साथ यात्रियों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे।