नई दिल्ली । चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। यह रविवार को और तेज हो गया है और अब गुजरात के सौराष्ट्र तट की ओर बढ़ रहा है। इधर गुजरात सरकार ने समुद्र तटों को बंद कर दिया और तटों के किनारे रहने वाले लोगों तक जरूरी सूचना पहुंचाना शुरू कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आपदा प्रबंधन प्रभाग, नेशनल इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर ने भी गुजरात सरकार को एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें उसे कड़ी निगरानी रखने, नियमित रूप से तटीय इलाकों में हालात की निगरानी करने और उचित एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुजरात के कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों में 14 और 15 जून को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। साइक्लोन बिपरजॉय के 15 जून को कच्छ के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच तट से टकराने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि साइक्लोन बिपरजॉय के 15 जून की दोपहर के आसपास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच समुद्र तट को पार करने की उम्मीद है। तट से टकराने के समय तूफान की रफ्तार 125-135 किमी। प्रति घंटे से 150 किमी। प्रति घंटे तक हो सकती है। चक्रवात बिपरजॉय के कारण अगले तीन दिनों तक समंदर की स्थिति बहुत खराब रहेगी। गुजरात में रविवार को 195 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी हवाएं चलने की संभावना है। सोमवार से हवा की गति धीरे-धीरे कम होगी। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को द्वारका शहर के पास रूपेन बंदरगाह के साथ-साथ राज्य के लंबे समुद्र तट के साथ लगे अन्य मछली पकड़ने के बंदरगाहों में यह घोषणा करते हुए सुना गया कि अगर चक्रवात सौराष्ट्र तट की ओर बढ़ता रहा तो उन्हें सुरक्षित इलाकों में भेजना पड़ सकता है। आईएमडी ने कहा कि 15 जून तक हवा की गति 155 से 165 किमी प्रति घंटे हो सकती है।