चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर कानून व्यवस्था लागू करने और सामुदायिक सौहार्द को बेहतर बनाने के उद्देश्य से पुलिस के डायरेक्टर जनरल (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शनिवार को सुबह-सुबह ‘नाइट डॉमिनेशन’ के तहत राज्य के चार जिलों का अचानक दौरा किया, विभिन्न नाकों और पुलिस थानों का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों एवं नागरिकों से सीधे तौर पर संपर्क किया।
रात के समय एसएएस नगर, लुधियाना, खन्ना और फतेहगढ़ साहिब जिलों के अचानक दौरे का उद्देश्य नाइट डॉमिनेशन ऑपरेशनों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के अलावा विशेष चौकियों के कामकाज की समीक्षा और जमीनी स्तर पर पुलिस कार्यों की निगरानी करना था। अपने दौरे के दौरान, डीजीपी गौरव यादव ने पुलिस और जनता के बीच अनुभवों के बारे में सीधे फीडबैक लेने के लिए नागरिकों से बातचीत की। उन्होंने कहा, “मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि पुलिस की बढ़ी हुई उपस्थिति से जनता सुरक्षित महसूस कर रही है। हमारा लक्ष्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और पूर्ण पारदर्शी और जवाबदेह पुलिसिंग के माध्यम से जनता में विश्वास पैदा करना है।”
विशेष नाकों के कामकाज की समीक्षा करते हुए, उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बातचीत की और उन्हें उच्च पेशेवर मानक बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने जोर देकर कहा, “यह विशेष वाहन जांच बढ़ी हुई सुरक्षा और प्रभावी कानून व्यवस्था लागू करने को सुनिश्चित करने के लिए इसी तरह जारी रहेगी।” स्ट्रीट क्राइम को रोकने और राज्य से नशे का सफाया करने को पंजाब पुलिस की प्रमुख प्राथमिकता बताते हुए डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि हाल ही में पुलिस आयुक्तों (सीपीज) और वरिष्ठ पुलिस कप्तानों (एसएसपीज) को ऐसे अपराधों को पेशेवर तरीके से निपटाने और तुरंत एफआईआर दर्ज करने को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
ऐसे मामलों में पंजाब पुलिस स्नैचिंग पॉइंट्स सहित अपराध के हॉटस्पॉट की पहचान कर रही है, ताकि इन अपराधों को रोकने के लिए पुलिस गश्त को पुनर्गठित किया जा सके।डीजीपी ने पंजाब पुलिस के उद्देश्य की पुष्टि करते हुए कहा, “पिछले कुछ हफ्तों से पुलिस और जनता के बीच संबंधों को मजबूत करने के मद्देनजर, मैं पुलिस थानों का सक्रिय रूप से दौरा कर रहा हूं, बल के साथ बातचीत कर रहा हूं, और पुलिस के मनोबल को बढ़ावा देने और सार्वजनिक बैठकों का आयोजन कर रहा हूं।” इसके साथ ही डीजीपी पंजाब ने राज्य के लोगों को सक्रिय पुलिसिंग प्रदान करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई। इस दौरान, डीजीपी ने जमीनी स्तर पर ‘वाहन और पीएआईएस (पंजाब एआई सिस्टम)’ जैसे ऐप्स की प्रभावशीलता का भी मूल्यांकन किया।