मुम्बई । भारतीय क्रिकेट टीम के आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अगले माह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को लेकर उत्साहित हैं। ऋषभ के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई टीम आक्रामक क्रिकेट खेलती है, ऐसे में उसके खिलाफ उसी की धरती पर जीत दर्ज करने से बेहतर कुछ नहीं रहेगा। ऋषभ का मानना है कि जब आप ऑस्ट्रेलिया जाते हैं, तो आपको उछाल और शॉर्ट पिच गेंदों से निपटना आना चाहिये। इसका कारण है कि वहां का माहौल अलग होता है। ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने घर में बेहद खतरनाक रहती है। वे नहीं चाहते कि आप जीतें, जिससे। साथ ही कहा कि ऑस्ट्रेलिया एक टीम के रूप में खेलती है। वे आपको कुछ भी आसानी से नहीं देते हैं। वे आक्रामक क्रिकेट खेलते हैं। इसलिये उनके खिलाफ जीतने के लिए आक्रामक मानसिकता की ही जरुरत होती।
अपने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान गाबा टेस्ट में अपनी पारी की याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि इसके बारे में क्या कहूं पर मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास करता हूं। कुछ ऐसे प्रदर्शन होते हैं जिन्हें आप जीवन भर याद रखते हैं, उनमें से एक एक गाबा टेस्ट है। शुरुआत में मुझे एहसास नहीं हुआ कि यह कितना अहम था। रोहित भाई वहां थे, और उन्होंने मुझसे कहा,‘तुम्हें पता नहीं है कि तुमने क्या किया है। उन्होंने कहा, मैं ऐसा कह रहा था, मैंने क्या किया है। मेरा लक्ष्य केवल मैच जीतना था। रोहित भाई ने कहा, बाद में तुम्हें समझ आएगा कि तुमने क्या किया है।
अब, जब भी मैं लोगों को उस गाबा मैच के बारे में बात करते हुए सुनता हूं, तो मैं समझता हूं कि उनका क्या मतलब था और यह कितना अहम था। मैंने पूछा, ‘मैंने क्या किया है? मेरे लक्ष्य सिर्फ मैच जीतना था। रोहित भाई ने कहा, ‘तुम्हें बाद में समझ आएगा कि तुमने क्या किया है। वहीं जब मैं जब भी लोगों को गाबा मैच के बारे में बात करते हुए सुनता हूं तो मुझे समझ आता है कि उनका मतलब क्या था और यह कितना महत्वूपर्ण था। मैंने ऑस्ट्रेलिया में 2018-19 श्रृंखला के दौरान सिडनी टेस्ट में करियर की सर्वश्रेष्ठ 159 रन की पारी खेली। इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने 2021 श्रृंखला में सिडनी में 97 जबकि ब्रिसबेन में नाबाद 89 रन की पारी खेलकर प्रशंसकों और विरोधी टीम का सम्मान तथा सराहना हासिल की।