लखनऊ । उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 9 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान हो गया है। मंगलवार को चुनाव आयोग ऐलान करते हुए मतदान के लिए 13 नवंबर की तारीख तय की है। वहीं 23 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे। तारीख का ऐलान होने के साथ ही सूबे में सियासी गर्मी बढ़ गयी है। उत्तर प्रदेश में फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इसमें कानपुर की सीसामऊ सीट को छोड़कर अन्य सभी सीटें विधायकों के सांसद बन जाने की वजह से खाली हुई हैं। सीसामऊ से इरफान सोलंकी के सजायाफ्ता हो जाने की वजह से सीट पर उपचुनाव हो रहा है। अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट को लेकर अभी कोई ऐलान नहीं हुआ है।
यूपी से सांसद बने 9 विधायकों ने जून के महीने में इस्तीफा दिया था। इस हिसाब से 14 दिसंबर के पहले ये सीटें भरी जानी चाहिए, लेकिन इरफान सोलंकी की सीसामऊ सीट 7 जून को ही रिक्त घोषित की गई थी। इसलिए, यह 7 दिसंबर के पहले भरी जानी है। इसलिए नवंबर में चुनाव करवाने ही होंगे। 2027 में प्रस्तावित यूपी के विधानसभा चुनाव के लगभग सवा दो साल पहले होने वाले उपचुनाव को सियासी दल सत्ता के सेमीफाइनल के तौर पर देख रहे हैं। चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर तारीखों का ऐलान नहीं किया है।
याद हो कि अयोध्या की फैजाबाद लोकसभा सीट से चुनावी जीत दर्ज कर समाजवादी पार्टी ने बड़ा उलटफेर कर दिया। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या सीट पर भाजपा की हार ने सपा को हमले का मौका दिया। सपा ने यहां से दलित नेता अवधेश प्रसाद को चुनावी मैदान में उतारा था। फैजाबाद लोकसभा सीट से जीत दर्ज करने वाले अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर विधानसभा सीट से यूपी चुनाव 2022 में विधायक चुने गए थे। अब समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव के लिए अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है।