पुणे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में एक बार फिर से चुनाव चिन्ह को लेकर विवाद उठ खड़ा हो गया है। एनसीपी के अध्यक्ष शरदचंद्र पवार ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को घड़ी चुनाव चिह्न का इस्तेमाल करने से रोका जाए।शरद पवार ने याचिका में कहा कि अजीत पवार गुट को नया चुनाव चिह्न आवंटित किया जाए। इसके लिए उन्होंने चुनाव आयोग को निर्देश देने का भी आग्रह कोर्ट से किया है कि अजीत पवार नए चुनाव चिन्ह के लिए आवेदन करें।
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब फरवरी में निर्वाचन आयोग ने अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट को विधायी बहुमत के आधार पर आधिकारिक एनसीपी के रूप में मान्यता दी थी। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने एनसीपी का चुनाव चिन्ह घड़ी भी अजीत पवार को दे दिया था।शरद पवार ने इस बात पर जोर दिया है कि अजित गुट ने पिछले लोकसभा चुनावों में घड़ी चुनाव चिह्न का इतेमाल किया था, जिससे मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी। उन्होंने कहा कि इससे उनके गुट को नुकसान पहुंचा है। उनका कहना है कि विधानसभा चुनावों में निर्वाचन क्षेत्रों के अपेक्षाकृत छोटे आकार के कारण इस तरह के भ्रम का प्रभाव और भी ज्यादा हो सकता है।
याचिका में शरद पवार ने अजीत पवार से यह मांग की है कि वह मामले के लंबित रहने के दौरान आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए एक नए चुनाव चिन्ह के लिए आवेदन करें। इस मामले की सुनवाई 15 अक्टूबर को न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ करेगी। यह विवाद एनसीपी में बढ़ते राजनीतिक तनाव को दर्शाता है, जहां पार्टी के अंदर विभाजन के कारण नेतृत्व को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। आगामी विधानसभा चुनावों में यह मामला चुनावी रणनीतियों पर गहरा असर डाल सकता है।