चंडीगढ़ : करनाल जिला के असंध हलके में आयोजित की गई इनेलो बसपा गठबंधन की एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी की चार बार मुख्यमंत्री रही बसपा सुप्रीमो बहन कुमारी मायावती ने इनेलो बसपा गठबंधन की सरकार बनने को लेकर कहा कि भारत को आजाद हुए और संविधान को लागू हुए अब बरसों बीत गए हैं और इस दौरान हरियाणा में विरोधी पार्टियों की रही सरकारों में सर्व समाज में से खासकर दलितों, आदिवासियों, मुस्लिमों और पिछड़े वर्गों व अन्य अल्पसंख्यकों के साथ-साथ गरीबों, मजदूरों, किसानों, व्यापारियों व अन्य मेहनतकश लोगों का भी पूर्ण रूप से विकास एवं उत्थान नहीं हो सका। चाहे कांग्रेस हो या भाजपा हो अब इन्हें और ज्यादा आजमाने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में दिए गए आरक्षण की सुविधाओं को पहले कांग्रेस की और अब बीजेपी की जातिवादी सोच के चलते लाभ नहीं दिया जा रहा है। अब तो कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां माननीय कोर्ट की आड़ में आरक्षण को खत्म करने की साजिश रच रही हैं। एससी और एसटी में वर्गीकरण करने के लिए कोर्ट में भाजपा के साथ साथ कांग्रेस ने भी पूरी सहमति दी है। हरियाणा में सभी विभागों में आरक्षण कोटे की सीटें खाली पड़ी हैं जिन्हें पहले कांग्रेस और अब भाजपा सरकार द्वारा धीरे धीरे खत्म किया जा रहा है। एससी, एसटी में वर्गीकरण करने का कार्य जो पहले संसद और राष्ट्रपति के पास था उनसे वापिस लेकर अब राज्य सरकारों के उपर छोड़ दिया है। अब राज्यों में जिसकी भी सरकार बनेगी वो अपने हिसाब से इसका राजनीतिक फायदा उठाएगी साथ ही इन वर्गों को बांट कर आपस में लड़ाएगी अर्थात अब भाजपा और कांग्रेस फूट डालो और राज करो की नीति का भरपूर फायदा उठाएगी।
भाजपा ने एससी और एसटी में भी फूट डालने का काम किया है जिससे वोटों का बंटवारा हो सके और सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस ने इसका अब तक विरोध नहीं किया है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने विदेश में बयान देकर आगे वक्त आने पर आरक्षण खत्म करने का ऐलान कर दिया। अन्य पिछड़े वर्गों के लोगों को मंडल कमीशन के तहत आरक्षण भी बसपा ने दिलवाया था। हरियाणा प्रदेश में भी एससी, एसटी के साथ साथ अपर कास्ट के जाट समाज में भी खासकर गरीब लोगों की आर्थिक स्थिति अभी भी प्रदेश सहित पूरे देश में दयनीय ही बनी हुई है। मायावती ने कहा कि हरियाणा में आरक्षण विरोधी भाजपा और कांग्रेस पार्टियों को कोई वोट नहीं देना है और अब इनेलो और बसपा गठबंधन की सरकार बना कर ही आरक्षण को बचाया जा सकता है साथ ही इनेलो बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर सर्व समाज का विकास किया जाएगा। मायावती ने कहा कि विरोधी पार्टियों की गलत नीतियों के कारण ही आज गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई काफी बढ़ रही है जिसके कारण जनता बेहद परेशान और दुखी है। भ्रष्टाचार हर स्तर पर बूरी तरह से फैला हुआ है जिससे आज हरियाणा भी अछूता नहीं है।
पूरे देश में बसपा ही ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है जो धन्ना सेठों की आर्थिक मदद से नहीं बल्कि बसपा के आम कार्यकर्ताओं के आर्थिक मदद से चुनाव लडक़र प्रदेश और देश में सत्ता में आना चाहती है। उन्होंने कहा कि यूपी में हमने चार बार बसपा की सरकार बनाई है और चारों बार रही सरकारों में अपनी पार्टी की विचारधारा एवं सिद्धांतों पर चलकर सर्वसमाज का पूरा ध्यान रखा खासकर गरीब, मजदूर, दलित और पिछड़ा वर्ग जिनकी विरोधी सरकारों में जातिवादी और संकीर्ण सोच के कारण उपेक्षा की गई। यूपी में बसपा की सरकार के दौरान गरीब एवं बेरोजगारों को दूसरी पार्टियों की रही सरकारों की तरह मामूली बेरोजगारी भत्ता न देकर उन्हें बड़ी तादाद में सरकारी एवं गैर सरकारी क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराए गए। गरीब भूमिहीन लोगों को मुफ्त सरकारी जमीन दी गई और गरीब लोगों को जिनके पास मकान नहीं थे उन्हें दो कमरों का मकान बना कर दिया गया और उनके लिए शिक्षा और अस्पतालों की रोजमर्रा जरूरतों को पूरा किया गया।