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हरियाणा के किसानों को इस बार मंडी गेट पर नहीं करना पड़ेगा इंतजार

चंडीगढ़ – हरियाणा में धान सहित सभी खरीफ फसलों की सरकारी खरीद के लिए इस बार किसानों को मंडी गेट पास के लिए लाइनों में खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड (एचएसएएमबी) द्वारा किसानों को एक नए मोबाइल एप से डिजिटल गेट पास जारी करने की प्रक्रिया आरंभ की गई है, जिससे अब किसान अपनी फसल का मंडी गेट पास स्वयं घर बैठे बना सकेंगे। यह जानकारी देते हुए एचएसएएमबी के प्रवक्ता ने सभी किसानों से अनुरोध किया है कि वे आगामी मंगलवार से अपनी कृषि उपज को सुखाकर मण्डी में लाएं ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत न आए।

प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व में देखा गया है कि गेट पास की आवश्यकता के कारण मंडी में अपनी उपज लेकर आने वाले किसान भाइयों को अक्सर कई बार मण्डी गेट पर इंतजार करना पड़ता है। किसानों की इस असुविधा को ध्यान में रखते हुए एचएसएएमबी ने इस बार मंडी गेट पर गेट पास लेने के लिए एक नई व्यवस्था की है, जिसके अंतर्गत किसान अपनी फसल का मोबाइल एप द्वारा स्वयं ही घर बैठे आसानी से डिजिटल गेट पास बना सकेंगे और इसे डाउनलोड कर सकेंगे। इसके बाद उन्हें मण्डी गेट पर अन्य गेट पास प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं रहेगी।

प्रवक्ता ने बताया कि किसानों द्वारा डिजिटल गेट पास प्राप्त करने की प्रक्रिया के तहत किसान अब एंड्रॉयड ई-खरीद मोबाइल एप्लीकेशन (https://play.google.com/store/apps/details?id=com.ditech.ekharid.module ) अथवा वेबसाइट/ पोर्टल (ekharid.haryana.gov.in) द्वारा अपना मण्डी गेट पास स्वयं बना सकेंगे। इस ऐप से किसान अपनी उपज का गेट पास काटने और उससे संबंधित जानकारी सीधे अपनी ई-खरीद ऐप पर भी प्राप्त कर सकेंगे, जिससे देरी और कागजी कार्रवाई कम हो जाएगी। इस ऐप के माध्यम से किसान भविष्य में किसी भी समय अपने गेट पास का विवरण, जे फॉर्म का विवरण, भुगतान विवरण देख सकते हैं तथा अपनी पसंद की मंडी और अपनी उपज लाने की तारीख का चयन करके अपने पंजीकृत और सत्यापित कृषि उपज के लिए गेट पास बना सकते हैं।

इस नई व्यवस्था के कारण, किसान अपने मोबाइल ऐप/ प्रिंट/ पीडीएफ आदि पर दिखाए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके अथवा स्व-निर्मित गेट पास क्रमांक दर्ज करके इस ऐप के माध्यम से बिना देरी अथवा लाइन में लगे, सीधा मण्डी में प्रवेश कर सकता है। इससे किसानों के द्वारा मंडियों में अपनी कृषि उपज बेचने की प्रक्रिया तेज़ और अधिक कुशल हो जाएगी।प्रवक्ता ने बताया कि ई-खरीद ऐप किसानों के लिए कृषि खरीद को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए बनाया गया है। किसान सेल्फ गेटपास मॉड्यूल पहले से चल रही व्यवस्था के अतिरिक्त रूप से कार्य करेगा। अतः सभी किसानों से अनुरोध है कि वो इस नई सुविधा का लाभ उठाएं।खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अंतर्गत कार्यरत ई-खरीद टीम द्वारा तैयार की गई इस ऐप के बारे में सभी खरीद एजेंसियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इस ऐप का प्रशिक्षण हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड ने अपने सभी फील्ड के अधिकारियों को दिलवा दिया है जो आने वाले चार दिनों में सभी मण्डी कर्मचारियों तथा आढ़तियों को आगे प्रशिक्षित करेंगे ताकि किसानों को कोई असुविधा न हो।

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