बहराइच । बहराइच में पिछले 6 महीने से भेड़ियों का आतंक बना हुआ है। वन विभाग और जिला प्रशासन की टीमें इन्हे पकड़ने में लगीं है लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। वहीं भेड़िए मौका देखते ही ग्रामीणों पर हमला कर देते हैं। गुरुवार रात को भी भेड़िये दो अलग-अलग गांवों में महिलाओ पर हमला किया। भेड़िये के पहले हमले में 30 वर्षीय गुड़िया घायल हो गई, वहीं दूसरा हमला भेड़िये ने 45 साल की मुकीमुन पर किया। तीसरे हमले में भेड़िये ने एक 6 साल के बच्चे ननकऊ को घायल कर दिया। तीनों का इलाज बहराइच मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। घायल गुड़िया सिंगिहा नाशीरपुर की रहने वाली है, वहीं दूसरी महिला मुकीमुन सम्मानपुरवा की रहने वाली है।
तीसरा हमला महसी के नरकोटवा गांव में सुबह 4 बजे हुआ। बता दें कि अभी तक पांच भेड़ियों को पकड़े जाने के बाद भी आदमखोर का हमला रुका नहीं है।तीनों घटना में दूरी की बात करें तो सिगिहा नाशीरपुर से सम्मनपुरवा में डेढ़ किलोमीटर की दूरी है। वहीं सम्मनपुरवा से तीसरी घटना नारकोटवा के बीच 3 किलोमीटर की दूरी हैं। कुल मिलाकर 5 किलोमीटर के दायरे में भेड़िये ने तीन बार हमले किए। गौरतलब है कि अब तक भेड़िये ने 9 बच्चे समेत 10 लोगों का शिकार किया है। जबकि उसके हमले में 50 अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इससे बुधवार रात को भी भेड़ियों ने दो जगह हमले किए। एक हमले में 11 साल की सुमन घायल हो गई, जबकि दूसरे हमले में 50 साल की पुष्प देवी घायल हुई।
वन विभाग का कहना है कि झुण्ड के भेड़ियों के पकडे जाने के बाद अकेला बचा भेड़िया उग्र हो गया है। इस वजह से वह लगातार हमले कर रहा है। आखिरी भेड़िये को पकड़ने के लिए टीमें लगी हुई हैं, लेकिन बारिश की वजह से ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। छठे भेड़िये को भी जल्द पकड़ा जाएगा। बता दें कि बहराइच जिले के महसी तहसील के कई गांवों में इन दिनों भेड़िये की दहशत है। वन विभाग की कई टीमें पिछले कई दिनों से भेड़ियों को पकड़ने का अभियान चला रही है। इस दौरान पांच भेड़ियों को पकड़ा भी गया। अब वन विभाग का दावा है कि झुण्ड का एक ही भेड़िया बचा है जो हमला कर रहा हैं। हालांकि ग्रामीण वन विभाग के इस दावे से सहमत नहीं दिख रहे। ग्रामीणों का कहना है कि एक ही भेड़िया लगातार हमले कैसे कर रहा हैं।