नई दिल्ली। आईएएस का सपना लेकर दिल्ली आए तीन छात्र अव्यवस्था के शिकार हो गए और अपनी जान गंवा दी। इन छात्रों में कोई अपने माता पिता का इकलौता था तो कोई दूध बेचकर बच्चे को आईएएस बनाना चाहता था।छात्रों की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक छात्रों में एक यूपी की बायोलॉजी छात्रा श्रेया यादव, केरल का जेएनयू पीएचडी स्टूडेंट नेविन डेल्विन और बिहार की छात्रा तान्या शामिल थी। इतने नामचीन संस्थान की इतनी खस्ता हालत की कल्पना श्रेया के परिवार वालों ने नहीं की थी। परिजनों ने बताया कि आईएएस बनने का सपना लेकर वह दिल्ली गई थी।
केरल के एर्नाकुलम जिले के रहने वाले नेविन अपने माता पिता की इकलौती संतान था। नेविन फिल्म आलोचक था और जेएनयू में पीएचडी में नामांकन कराया था। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के शवगृह में मौजूद प्रसाद ने बताया कि वह नेविन के पिता लेंसलेट के मित्र हैं। एलआईसी से अवकाश प्राप्त लेंसलेंट की मानसिक हालत इस खबर को सुनने के बाद खराब हो गई है, इसलिए नेविन के मामा दिल्ली पहुंचे हैं।अकबरपुर तहसील क्षेत्र के हासिमपुर बरसावां निवासी राजेंद्र यादव ने बताया कि बेटी श्रेया यादव बचपन से ही मेधावी थी। इंटर की परीक्षा पास करने के बाद उसने केएनआई सुलतानपुर से बीएससी और एमएससी एग्रीकल्चर से की थी।
अप्रैल 2024 में ही सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली के राव आईएएस कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया था। वह आईएएस बनने का सपना लेकर दिल्ली गई थी। परिजनों ने बताया कि 26 जुलाई को ही उससे बात हुई थी। श्रेया के पिता राजेंद्र यादव बसखारी बाजार में दूध डेयरी की दुकान चलाते हैं। मां गृहिणी हैं। उनके दो भाई हैं। उसके चाचा धर्मेंद्र यादव समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। उनकी देखरेख में ही वह दिल्ली में तैयारी कर रही थी। सूचना मिलने पर परिवार के लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है। श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव ने एकेडमी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने दिल्ली पुलिस की ओर से कोई जानकारी न देने और घटना के बाद भतीजी का चेहरा न दिखाने पर भी एतराज जताया है। वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर शोक जताया और अधिकारी भी उनके घर संवेदना प्रकट करने पहुंचे।
बेसमेंट में पानी भरने शनिवार की रात जिन तीन विद्यार्थियों की मौत हुई है, उनमें बिहार के औरंगाबाद जिले की रहने वाली 24 वर्षीय तान्या सोनी उर्फ तनु भी थी। वह डेढ़ साल से यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। परिजनों को घटना की जानकारी टीवी पर प्रसारित समाचार से मिली। उन्होंने फोन कर अपने परिचितों से जानकारी जुटाई तो पता चला कि पानी में डूबने से तान्या की मौत हो गई है। तान्या नवीनगर पंचायत क्षेत्र के मस्जिद गली निवासी विजय सोनी की बेटी थीं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट थी। हादसे की सूचना पर मृतका के दादा गोपाल प्रसाद सोनी की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने बताया कि उम्मीद थी कि एक दिन वह यूपीएससी में सफलता प्राप्त करेगी। एक हादसे ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मृतका के पिता विजय सोनी तेलंगाना में इंजीनियर हैं और वहीं अपनी पत्नी के साथ रहते हैं।