चंडीगढ़ : पंजाब के रोजगार, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा ने यहां कहा कि विभाग द्वारा चलाए जा रहे तीन मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटरों (एमएसडीसी) के आवंटन से पहले बुलाई गई बैठक में प्रशिक्षण भागीदारों से भरपूर प्रोत्साहन मिला है जो इस बात की पुष्टि करता है कि राज्य में सत्ता परिवर्तन से लोगों का सिस्टम पर भरोसा बढ़ा है।उल्लेखनीय है कि यह पहली बार हुआ है जब 30 बोलीदाताओं ने बिड से पहले हुई बैठक में हिस्सा लिया, जबकि पिछली सरकारों के दौरान 3-4 बोलीदाता ही ऐसी बैठकों में भाग लेते थे।
अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब कौशल विकास मिशन के पांच मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर जालंधर, लुधियाना, बठिंडा, अमृतसर और होशियारपुर में कार्यशील है। जालंधर, बठिंडा और लुधियाना में यह सेंटर खाली हो गए हैं और इन सेंटरों को आर.एफ.पी प्रक्रिया के माध्यम से शॉर्टलिस्ट की गई प्रशिक्षण को एजेंसियों दिया जाना है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को व्यावसायिक पाठ्यक्रम करवाने के लिए इन तीनों एमएसडीसीज में 4500 सीटें (प्रत्येक एमएसडीसी में 1500 सीटें) उपलब्ध होंगी।
प्रशिक्षण भागीदारों और औद्योगिक एसोसिएशनो को अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए पंजाब कौशल विकास मिशन (पीएसडीएम) के अधिकारियों को बधाई देते हुए अमन अरोड़ा ने सभी भागीदारों को एमएसडीसीज के सर्वोत्तम प्रयोग को सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के युवाओं के कौशल को निखारकर उनके लिए रोजगार के नए रास्ते खोलने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब कौशल विकास मिशन ने राज्य के ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल के माध्यम से पिछले महीने इन तीन एमएसडीसीज के लिए आरएफपी जारी की थी।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि एम.एस.डी.सीज में कोर्स औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम करवाए जाने चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को औद्योगिक जरूरतों और कुशल कार्यबल के बीच अंतर को भरने पर ध्यान केंद्रित करने को भी कहा।उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार नौजवानों के रोजगार हासिल करने की क्षमता को और बढ़ाने के साथ-साथ कॉलेज, आईटीआई और पॉलिटेक्निक छात्रों को जीवन और सॉफ्ट स्किल से लैस करने के लिए जल्द ही अपनी कौशल प्रशिक्षण योजना शुरू करने जा रही है।