चंडीगढ़ : पंजाब के रोजग़ार सृजन एवं कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने बताया कि राज्य के स्कूल शिक्षा के इतिहास में एक और मील पत्थर स्थापित करते हुए विद्यार्थियों की रचनात्मक सोच और समस्याओं को हल करने की क्षमता बढ़ाने के मकसद से सुनाम विधानसभा हलके के सभी 18 सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूलों को अति-आधुनिक रोबोटिक लैब्स के साथ लैस किया जा रहा है।
अमन अरोड़ा आज सुनाम में शहीद उधम सिंह सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल (लड़कियाँ) में स्थापित की गई रोबोटिक लैब का उद्घाटन करने के साथ-साथ बाकी 17 सीनियर सेकंडरी स्कूलों को भी लैब का सामान बाँटा।
इसके अलावा सुनाम के शहीद उधम सिंह सीनियर सेकंडरी स्कूल (लड़कियाँ) और लडक़े एवं शहीद भाई मति दास सीनियर सेकंडरी स्कूल लोंगोवाल में जर्मन फर्म मिरैकल .10 की मदद से तीन एक्स.आर. रिएलिटी लैब भी स्थापित की जा रही हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि यह अति-आधुनिक रोबोटिक लैब्स और एक्स.आर. रिएलिटी लैब्स विद्यार्थियों को नवीनतम प्रौद्यौगिकी क्षेत्रों जैसे कि रोबोटिक्स, द इन्टरनेट ऑफ थिंग्ज़ (आई.ओ.टी.), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.), 3डी प्रिंटिंग, बेसिक्स ऑफ इलैक्ट्रॉनिक्स आदि का प्रशिक्षण प्राप्त करने में मदद करेंगी। उन्होंने आगे कहा कि यह प्रोजैक्ट सीखने के मनोरंजक तरीकों द्वारा विद्यार्थियों के ज्ञान के कौशल को और अधिक निखारने के लिए नवीनतम ढंग से सुविधाएं प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सुनाम देश का भी पहला विधानसभा हलका है जिसने सभी सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूलों को इन हाई-टेक और अति-आधुनिक लैब्स से लैस किया है। अमन अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए वचनबद्ध है। इससे पहले राज्य सरकार ने 117 सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूलों को अपग्रेड करके ‘‘स्कूल्ज़ ऑफ एमिनेंस’’ (एस.ओ.ई.) की स्थापना की थी और स्कूल के प्रिंसिपलों को अपने अध्यापन के पेशेवर कौशल को निखारने के लिए प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर भी भेजा गया था।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को आला दर्जे की शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार की वचनबद्धता को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने अपने हलके के सभी सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूलों में रोबोटिक लैब स्थापित करने की यह पहल की है। इसके साथ ही क्यूरियस लर्निंग लैब इन स्कूलों के स्टाफ को ज़रूरत के मुताबिक तकनीकी प्रशिक्षण और अन्य सहायता प्रदान करेगी। उनको क्यूरियस लर्निंग प्लेटफॉर्म तक पहुँच प्रदान करवाई जायेगी, जिससे उनको अपने नवीनतम विचारों के साथ आसपास की समस्याओं को हल करने में मदद मिलेगी।