लखनऊ – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं। हालांकि, 19 विपक्षी दलों ने कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। इन दलों की मांग है कि पीएम मोदी की जगह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस भवन का उद्घाटन करे। इस विरोध के बीच मोदी सरकार को बसपा प्रमुख मायावती का साथ मिला है। इस लेकर मायावती ने ट्वीट भी किए हैं। मायावती ने कहा कि केन्द्र में पहले चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में बीजेपी की, बीएसपी ने देश व जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है तथा 28 मई को संसद के नए भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखकर इसका स्वागत करती है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं करने को लेकर बहिष्कार अनुचित है। मोदी सरकार ने नए संसद भवन को बनाया है, इसलिए उसके उद्घाटन का हक है। इस आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना भी अनुचित है। बहनजी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधकर कहा कि यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था। उन्होंने कहा कि देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनाएं। किन्तु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों संबंधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी।