लखनऊ । समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस को समर्थन देने के लिए राजी हो गए हैं। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में अपने-अपने यहां मजबूत क्षेत्रीय पार्टियों को आगे करके भाजपा का मुकाबला करने की पश्चिम बंगाल की मुख्यामंत्री ममता बनर्जी की राय का समर्थन किया है। अखिलेश यादव ने कहा है कि अन्यम पार्टियां भी ऐसा ही चाहती हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव परिणामों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने अखिलेश यादव से ममता बनर्जी के बयान को लेकर सवाल किया था।
यादव ने यहां एक बयान में राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकता को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि जिस प्रदेश में जो दल मजबूत हो वहां उसे आगे कर चुनाव लड़ा जाए। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और अन्य पार्टियां भी यही चाहती हैं। गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि वह शुरू से ही कह रही हैं कि संबंधित क्षेत्रों में ताकत रखने वाले दलों को वहां आगे करके भाजपा से मुकाबला करना चाहिए। जैसे- दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बिहार में राष्ट्री य जनता दल (राजद) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू), उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और तमिलनाडु में द्रमुक-कांग्रेस और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस।
ममता ने कहा था कि जिस राज्या में क्षेत्रीय पार्टी मजबूत है वहां भाजपा उसका मुकाबला नहीं कर सकती। ऐसी स्थिति में जो क्षेत्रीय पार्टी जहां मजबूत है, उसे भाजपा का मुकाबला करना चाहिए। वहीं, अन्य विपक्षी दलों को उस पार्टी की मदद करनी चाहिए। गौरतलब है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ मोर्चा बनाने में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि उनकी कोशिश समान विचारधारा वाली ज्योदा से ज्यादा पार्टियों को एक मंच पर लाने की है। इसके लिये पार्टियों के साथ बातचीत हो रही है।