नई दिल्ली । साल के पहले चक्रवात मोचा को लेकर देश के कई राज्य अलर्ट मोड पर हैं। इसी कड़ी में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में उठने वाला तूफान समुद्र के ऊपर 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ एक बहुत ही गंभीर चक्रवात में बदल सकता है। चक्रवात के मौसम की शुरुआत का संकेत देते हुए, मौसम विभाग ने इस सिस्टम के 10 मई की रात के दौरान चक्रवाती तूफान के धीरे-धीरे तेज होने की उम्मीद है। मोचा के 11 मई तक उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। 11 मई को मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 120 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके बाद, मोचा की दिशा बदल जाएगी और उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ना शुरू कर देगी। इसके बाद मोचा बांग्लादेश-म्यांमार तट के पास पहुंच जाएगा।
हालांकि, यह बांग्लादेश तट की ओर बढ़ते हुए और अधिक खतरनाक होता जाएगा। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को पहले ही अलर्ट पर रखा गया है। क्योंकि चक्रवात के वर्तमान ट्रैक के द्वीपों के बहुत करीब होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के दौरान कुछ क्षेत्रों में 20 सेमी से अधिक ‘बेहद भारी’ बारिश की चेतावनी दी है। जैसे-जैसे सिस्टम मजबूत होगा, बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के ऊपर समुद्र की स्थिति भी खराब होने की संभावना है।
मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है। 12 मई को 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं अंडमान सागर और अंडमान द्वीप समूह को प्रभावित कर सकती हैं। जबकि चक्रवात के चलते वे 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी में हवा की स्पीड 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। वहीं उत्तर भारत में मौसम अभी भी हैरान किए हुए है। मई महीने का एक सप्ताह बीत चुका है। लेकिन उत्तर-भारत के अधिकांश राज्यों में तापमान 40 डिग्री से नीचे हैं। जबकि इन राज्यों में मई के महीने में तापमान जला देने वाला होता है। वहीं पहाड़ी राज्यों में बारिश जारी है।