कोलकाता। साल 2023 का पहला चक्रवात मोका 11 मई के बाद दिशा बदलकर बांग्लादेश और म्यामांर की तरफ जा सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस बारे में जानकारी दी है। हालांकि इसका लैंडफाल कहां होगा इस लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हैं। मोका तूफान पश्चिम बंगाल को कितना प्रभावित करेगा? यह इसपर निर्भर करेगा कि यह बांग्लादेश जाते समय तटीय इलाकों से कितनी दूर या कितनी पास रहता है। इसकारण तटीय इलाकों के लिए हवाओं और बारिश की चेतावनी नहीं जारी की गई है।
मोचा तूफान को लेकर अगला बुलेटिन मंगलवार को जारी होगा। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से बंगाल के साथ ही ओडिशा और आंध्र प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी मोका तूफान को लेकर लोगों से न घबराने की अपील की है। चक्रवात से डरने की जरूरत नहीं है। अगर अलग परिस्थितियां आती हैं, तब हम तटीय इलाकों से लोगों को बचाएंगे। क्योंकि चक्रवात बांग्लादेश और फिर म्यांमार की ओर बढ़ेगा। आईएमडी ने मोका चक्रवात को लेकर बताया कि दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उसके नजदीक दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर सोमवार को कम दबाव का क्षेत्र बना। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, कम दबाव का यह क्षेत्र यहां पर ही 9 मई को चक्रवात में बदल सकता है। जिसके बाद में दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे लगे बंगाल के साथ ही अंडमान सागर के पूर्वी मध्य खाड़ी के इलाकों में 10 मई को चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है।
मोका शुरू में 11 मई तक उत्तर-उत्तर पश्चिम से पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर और उसके बाद उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में बांग्लादेश-म्यांमार तटों की ओर बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने कहा, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में जो लोग हैं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लौटने की सलाह दी जाती है। वहीं मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर के लोगों को नौ मई से पहले लौटने की सलाह दी जाती है। हालांकि 12 मई तक अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के पास पर्यटन, तटीय गतिविधियों पर नजर रखने का सुझाव दिया गया है। मौसम विभाग के प्रवक्ता ने कहा, हालांकि, अगले दो दिनों में चक्रवात के कारण बारिश होने की बहुत कम संभावना है और मंगलवार तक तस्वीर साफ हो जाएगी। अगले 24 घंटों में, उत्तरी पश्चिम बंगाल, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग, अलीपुरद्वार, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा में हल्की बारिश का अनुमान है।
आईएमडी ने ओडिशा के 18 जिलों में चेतावनी जारी की है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग, भुवनेश्वर ने राज्य के नौ जिलों को येलो अलर्ट पर रखा है और आंधी और बिजली गिरने की भी चेतावनी दी है। मौसम एजेंसी ने बालासोर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, कटक और पुरी सहित कई जिलों के लिए गरज के साथ बारिश की पीली चेतावनी जारी की है। हवा की गति धीरे-धीरे बढ़ेगी, 9 मई से बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।