वॉशिंगटन। मंगल ग्रह पर कभी पानी बहता रहा होगा, जो यहां जीवन का आधार हो सकता है। पेन स्टेट के वैज्ञानिकों की एक टीम ने नए शोध के बाद यह खुलासा किया है। नासा के क्यूरोसिटी रोवर ने हाल ही में मंगल ग्रह पर नदियों के बहने के साक्ष्य खोजे हैं। वैज्ञानिकों की टीम ने एक अध्ययन में बताया कि मंगल ग्रह के कई क्रेटर कभी इंसानों के इस्तेमाल के योग्य नदियां रही होंगी। अध्ययन के अनुसार, ‘मंगल ग्रह पर पहले की अनुमान की तुलना में कहीं अधिक नदियां हो सकती हैं, जो निश्चित रूप से मंगल ग्रह पर जीवन के होने के बारे में प्रमाण देती हैं।’ शोध से यह मालूम चलता है कि मंगल ग्रह पर कभी जीवन के लिए सही परिस्थितियां रहीं होंगी।
नासा की हाल की कई महत्वपूर्ण खोजों ने वैज्ञानिकों की मंगल ग्रह के बारे में अध्ययन की दिलचस्पी को बढ़ा दिया है। इस बात के प्रमाण लगातार बढ़ते जा रहे हैं कि इस चट्टानी, दुर्गम ग्रह पर कभी जीवन रहा होगा, जिस पर नासा के अंतरिक्ष यात्री एक दिन जाने की इच्छा रखते हैं।नासा ने इसी साल जुलाई में एक खोज में खुलासा किया कि मंगल पर पूर्व में झील, ऑर्गेनिक अणु और जीवन के कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। मंगल ग्रह की चट्टान की जांच करने वाले कार्नेगी इंस्टीट्यूट के स्टाफ वैज्ञानिक एंड्रयू स्टील ने एक बयान में कहा, ‘मंगल रोमांचक है, और वहां पर अभी भी जीवन के संकेत हो सकते हैं।’
मालूम हो कि नासा ने इसी साल सितंबर में अपने मंगल मिशनों के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन करने के लिए मार्स ऑक्सीजन इन-सीटू रिसोर्स यूटिलाइजेशन एक्सपेरिमेंट नामक एक सांस की मशीन का सफलतापूर्वक टेस्ट किया था।हालांकि, शोधकर्ताओं ने बताया कि ऐसे अणुओं का साक्ष्य मंगल ग्रह पर अतीत या वर्तमान में जीवन का प्रमाण नहीं है, लेकिन कई गैर-जैविक प्रक्रियाएं संभावनाओं पर रोशनी डालती हैं।