चंडीगढ़ – हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार ने अंत्योदय की भावना से बिना किसी भेदभाव से काम किया है। सरकार से पारदर्शिता के साथ योजनाएं लागू कर व्यवस्था परिवर्तन किया है। कृषि मंत्री दलाल शनिवार को भिवानी स्थित लोक निर्माण विश्राम गृह में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने प्रदेश का चहुंमुखी विकास किया है। सरकार ने कृषि एवं बागवानी क्षेत्र में अनेक योजनाएं लागू की हैं, जिससे किसान की आमदनी बढ़ी है। जिला भिवानी के गांव गरवा में 98.90 करोड़ रुपए की लागत से मछली पालन का उत्कृष्टता केंद्र बनाया जाएगा, जिसमें मछली पालन के साथ-साथ प्रोसेसिंग की जानकारी भी किसानों को दी जाएगी। यह उत्तर भारत का पहला सेंटर होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों से हर वर्ग खुश है।
जेपी दलाल ने कहा कि प्रदेश सरकार लोकतांत्रिक प्रणाली पर काम कर रही है, जिसमें वर्गों का अधिकार होता है, जबकि पूर्ववर्ती सरकारों में भाई-भतीजावाद और श्रेत्रवाद हावी था। सरकार ने ऑनलाइन सिस्टम लागू कर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का कार्य किया है। इसके लिए विभागों के पोर्टल बनाए हैं। लोगों को घर बैठे योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा गया है, जिससे पात्रता पूरी होने पर घर बैठे राशन कार्ड व पेंशन बन रही हैं। पात्र लोगों को पेंशन का लाभ सीधे उनके खातों में जा रहा है। इसी प्रकार से सरकार ने चिरायु कार्ड के माध्यम से गरीब परिवारों साल में पांच लाख रुपए तक ईलाज की फ्री सुविधा दी है, जो कि एक अनुपम योजना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश के सभी 90 विधानसभा हलकों में समान रूप से विकास करवाया है।
बाजरे को सेना के भोजन में शामिल करने की योजना – कृषि मंत्री दलाल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार का प्रयास है कि पौष्टिक होने के चलते बाजरे को सेना के भोजन में शामिल करने की योजना है। जिस प्रकार से बाजरे का भाव हर साल बढ़ रहा है, इससे लग रहा है आने वाले कुछ ही दिनों में बाजरा पांच हजार रुपए प्रति क्विंटल तक जाएगा। इससे विशेषतौर पर दक्षिण हरियाणा के किसानों को फायदा होगा। सरकार ने बजरा सहित मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा जिले के गांव गोकुलपुरा में करीब 60 एकड़ भूमि में अनुसंधान केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। बागवानी को बढ़ावा देने के लिए खरकड़ी में 120 एकड़ में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय का रीजनल सेंटर तथा गिगनाऊ में इंडो-इजराइल बागवानी का उत्कृष्टता केंद्र का निर्माण करवाया गया है। इस केंद्र पर 25 व 26 नवंबर को बागवानी मेला आयोजित होगा, जिसमें छह लाख पौध किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी पर दी जाएंगी।
सरकार ने नहरों का नव निर्माण कर बढ़ाई पानी की क्षमता – कृषि मंत्री दलाल ने कहा कि सरकार ने हजारों करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश की नहरों व माईनरों का नव निर्माण करने का काम किया है। इससे नहरों की पानी क्षमता बढ़ी है और टेल तक पूरा पानी पहुंचा है। इससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिला है और पैदावार में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि अकेले भिवानी जिला में करीब 500 करोड़ रुपए नहरों के जीर्णोद्धार कार्य पर खर्च हुए हैं। इसी प्रकार से प्रदेश के सभी पंप हाउसेस की पुरानी मशीनरी को बदल कर नई स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत 90 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। मी-काडा के तहत खेतों में टैंकों का निर्माण करवाया जा रहा है ताकि पानी को स्टोरेज किया जा सके।
रेगिस्तानी इलाके में खजूर की खेती करवाने का प्रयास – कृषि मंत्री दलाल ने कहा कि दक्षिण हरियाणा का इलाका खजूर की खेती के योग्य है। उनका प्रयास है कि यहां भी खजूर की खेती हो। यहां के किसानों को खजूर की पौध सब्सिडी पर उपलब्ध करवाई जाएंगी। उनका प्रयास है कि गिगनाऊ सेंटर में टिशू कल्चर पर आधारित खजूर की पौध भी यहीं तैयार हों, इस पर काम चल रहा है। खजूर का पेड़ 100 वर्ष तक फल देता है। इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।