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ओडिशा रेल हादसे में मृतकों की संख्या हुई 280, हाई लेवल कमेटी को सौंपी जांच,PM ने की बैठक

बालासोर ।  ओडिसा में हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या 280 हो गई है। इधर युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य अभी भी चल रहा है। इधर पीएम नरेन्द्र मोदी ने घटना की भयावहता देखते हुए तुरंत समीक्षा बैठक ली है, वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा के बालासोर में शनिवार को उस स्थल का दौरा किया, जहां शुक्रवार को भीषण रेल दुर्घटना हुई थी। इस दौरान उन्होंने कहा ‎कि ‎‎फिलहाल केवल राहत और बचाव कार्य पर ध्यान ‎दिया जा रहा है। घटना की जांच हाई लेवल कमेटी करेंगी। गौरतलब है ‎कि बालासोर में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या बढ़कर 280 हो गई है।

हादसे में 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं। रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि अब मुख्य रूप से राहत एवं बचाव अभियान पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दक्षिण-पूर्व सर्कल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ओडिशा में हुए रेल हादसे की जांच करेंगे। यह हादसा किस वजह से हुआ, इसका पता रेलवे सुरक्षा आयुक्त के रिपोर्ट जमा करने के बाद ही चल पाएगा। अधिकारियों और प्रत्यक्षदशियों ने शनिवार को बताया कि बचावकर्ताओं ने हादसे के बाद रेलगाड़ियों के बीच फंसे जीवित बचे लोगों और शवों को बाहर निकालने के लिए रातभर काम किया।

अश्विनी वैष्णव ने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य सरकार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। हर मुमकिन स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं मुआवजे की घोषणा कल की गई थी। मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी दुर्घटना है। सभी दिवंगत आत्माओं के लिए हम प्रार्थना करते हैं। जिनके परिवार के सदस्यों की इस हादसे में मृत्यु हो गई, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। सरकार उन्हें हर संभव मदद करेगी।

200 एंबुलेंस के साथ 1200 लोग जुटे राहत कार्यां में – भुवनेश्वर में अधिकारियों ने बताया कि 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं। यह भीषण हादसा कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। अधिकारी ने कहा ‎कि पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। उन्होंने बताया कि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई।

PM मोदी ने बुलाई समीक्षा बैठक – घटना के बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपात बैठक बुलाकर हालात का जायजा लिया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा भी की है। भारत सरकार के सूत्रों से ‎मिली जानकारी के अनुसार मृतकों के प‎रिजनों के ‎लिए मुआवजे का ऐलान भी ‎किया है। पीएम मोदी ने बालेश्वर ट्रेन हादसे पर दुख जताया है। पीएमओ के मुताबिक, मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा मिलेगा, जबकि घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि मिलेगी। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि बालेश्वर ट्रेन हादसे में अबतक 280 लोगों की मृत्यु हुई है, लगभग 900 लोग घायल हैं। फिलहाल मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है। बैठक में बताया ‎कि ओडिशा के बालासोर में दो यात्री ट्रेनों और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बचाव कर्मी फंसे लोगों को बचाने में लगे हैं।

गृह मंत्री अ‎मित शाह ने जताया दुख – भीषण रेल हादसे पर गृह मंत्री अमित शाह ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर ओडिशा के बालासोर में रेल हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि एनडीआरएफ की टीम पहले ही दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी है, और अन्य टीमें भी बचाव अभियान में शामिल होने के लिए दौड़ रही हैं। अमित शाह ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की हूं।

राज्य में एक ‎दिन का राजकीय शोक – ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने बालासोर में शुक्रवार को हुए दर्दनाक रेल हादसे के बाद राज्य में आज एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। दुर्घटना में 1000 से अ‎धिक लोगों के घायल होने की सूचना है, उनका इलाज चल रहा है। राहत और बचाव कार्य जारी है। एनडीआरएफ, ओडीआरएफ और दमकल विभाग की टीम मौके पर मौजूद हैं।

सेना ने राहत और बचाव के लिए कई टीमों को उतारा – बालासोर ट्रेन हादसे के बाद भारतीय सेना को घायल नागरिक को निकालने और इलाज में मदद के लिए तैनात किया गया है। एंबुलेंस और सहायता सेवाओं के साथ सेना की मेडिकल और इंजीनियरिंग टीमों को पूर्वी कमान से तैनात किया गया है। टीमों को कई ठिकानों से भेजा गया है ताकि घटना स्थल पर जल्द से जल्द पहुंचा जा सके।

सीएम स्टालिन ने ‎लिया हालात का जायजा – तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन चेन्नई में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे। जहां राज्य सरकार के अधिकारी बालासोर ट्रेन दुर्घटना की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। स्टालिन ने स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में हालात का जायजा लिया। बालासोर ट्रेन दुर्घटना के बाद बचाव के लिए एनडीआरएफ की 7, ओडीआरएएफ की 5 और दमकल की 24 यूनिट को लगाया गया है। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवक भी खोज और बचाव में अथक प्रयास कर रहे हैं। लगभग 200 एंबुलेंस तैनात की गईं हैं। 45 मोबाइल स्वास्थ्य दल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा करीब 50 और डॉक्टर इलाज में जुटे हैं। निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, निदेशक रक्त सुरक्षा, अतिरिक्त डीएमईटी और 3 अन्य अतिरिक्त निदेशक बालासोर में हैं, जो स्वास्थ्य टीमों का समन्वय कर रहे हैं।

हादसे की एकमात्र वजह डिरेलमेंट बताया जा रहा – रेलवे सूत्रों के मुताबिक बालासोर हादसे की एकमात्र वजह डिरेलमेंट है। वहां पर दो मेन लाइनें और दो लूप लाइनें थीं। मेन लाइन से कोरोमंडल एक्सप्रेस आ रही थी, वह डिरेल हुई और उसका एक हिस्सा लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकराया और दूसरा हिस्सा दूसरी तरफ आ रही पैसेंजर ट्रेन से टकराया। कोरोमंडल एक्सप्रेस का पीछे का हिस्सा पैसेंजर ट्रेन से टकराया है और आगे का हिस्सा डिरेल होने के बाद गुड्स ट्रेन से टकराया है। इसकी वजह से ये हादसा हुआ। सूत्रों के मुताबिक अभी सिग्नल फेल होने की बात नहीं है और न ही कोई सीधी टक्कर हुई है।

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