पर्वत मुद्रा (ताड़ासन) : यह सबसे सरल योग मुद्रा आपको पहाड़ की तरह राजसी स्थिरता के साथ खड़ा होना सिखाती है। ‘ताड़ा’ शब्द का अर्थ है पहाड़, यहीं से इसका नाम आया है। माउंटेन पोज़ सभी खड़े होने वाले पोज़ का आधार है; इसमें मांसपेशियों के प्रमुख समूह शामिल होते हैं और ध्यान और एकाग्रता में सुधार होता है। माउंटेन पोज़ बस खड़े होने जैसा लग सकता है, लेकिन इसमें बहुत कुछ चल रहा है।
इसे कैसे करना है: – अपने पैरों के अंगूठे एक साथ और एडिय़ों को थोड़ा अलग रखते हुए खड़े हो जाएं तथा अपनी भुजाओं को धड़ के पास लटका लें। अपने पैरों की उंगलियों को फैलाएं और अपना वजन समान रूप से अपने पैरों पर डालें। अपनी जांघ की मांसपेशियों को अंदर की ओर घुमाते हुए उन्हें मजबूत करें। अपने कंधों को आराम दें और उन्हें पीछे और नीचे रोल करें।साँस लेते समय अपने धड़ को ऊपर उठाएँ और साँस छोड़ते समय अपने कंधों को अपने सिर से दूर रखें। आप अपने हाथों को अपनी छाती के सामने प्रार्थना की मुद्रा में भी रख सकते हैं, या उन्हें अपने बगल में रख सकते हैं। लंबी, धीमी, गहरी साँस लें
ताड़ासन के फायदे :
1. इस आसन के अभ्यास से शारीरिक और मानसिक संतुलन बनता है।
2. शरीर के पोस्चर में सुधार होता है।
3. जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत करता है।
4. ताड़ासन के अभ्यास से पेट टोंड होता है।
5. रीढ़ की हड्डी में खिंचाव लाकर उसके विकारों को दूर करता है।
6. फ्लैट पैर की परेशानी को दूर करने में ताड़ासन का अभ्यास कर सकते हैं।
7. रोजाना करने से कर्म की चर्बी खत्म होती है।
8. लंग्स मजबूत होते है।