श्योपुर । एक और बड़ी और दुखद खबर मध्यप्रदेश के कूनो वन अभ्यारण से आ रही है जहां पूर्व में तीन चीतों की मौत के बाद , चीता शावक की मौत हो गई है । आपको बता दे पिछले तीन महीनों के अंदर कूनो में यह चौथी मौत है। आपको बता दें 27 मार्च को कूनो में मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इनमे से एक शावक की मौत की खबर आज कूनो से मिली है। हालांकि इस हुई मौत के कारण का खुलासा अभी तक नही हो पाया है। इन शावकों के जन्म से पहले ही मादा चीता शाशा, उदय और दक्षा की मौत हुई थी।
17 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर भारत में चीतों की पहली खेप कूनो वन अभ्यारण में आई थी जिसमे 8 चीतों को प्रधानमंत्री मोदी ने इन्हे अभ्यारण में बने बाड़े में रिलीज किया था उसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए थे । इस प्रकार 20 संख्या चीतों की हो गई थी जिनमें से तीन चीतों शाशा,उदय ,दक्षा की मौत हो गई थी। लेकिन मादा चीता ज्वाला(सियाया) ने चार शावकों को जन्म दिया था तो चीतों की संख्या बढ़कर 21 हो गई थी लेकिन आज उनमें से एक शावक चीते की मौत के बाद चीतों की कुल संख्या 20 बरकरार है।
लेकिन इस प्रकार से पिछले दो तीन महीनों में इस प्रकार चीतों की मौत चिंता का विषय बन गया है। इससे पहले हुई तीन चीतों की मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता जताई और पूछा भी गया था कि कूनो से चीतों को शिफ्ट क्यों नहीं किया जा रहा है। भोपाल में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने पिछले गुरुवार चीता प्रोजेक्ट की समीक्षा की उन्होंने चीतों के लिए मंदसौर के गांधी सागर और सागर के नौरादेही को जल्दी तैयार करने के निर्देश भी दिए। वन अफसरों के मुताबिक कूनो में दो मादा चीता गर्भवती भी हैं जिनकी डिलीवरी जून माह में हो सकती है।